Fact Check : राजस्थान के मंदिर में आए दान के वीडियो को राम मंदिर का बताकर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया दानपेटी से पैसे इकट्ठा करते लोगों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वायरल वीडियो राम मंदिर का नहीं है। यह वीडियो राजस्थान में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर का है, जिसे अब यूजर्स भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दानपेटी से पैसे इकट्ठे करते हुए कुछ लोगों का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो राम मंदिर का है। आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कपाट खोलने के बाद पहले ही दिन श्रद्धालुओं ने दान की पेटियां भर दी है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वायरल वीडियो राम मंदिर का नहीं है। यह वीडियो राजस्थान में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर का है, जिसे अब यूजर्स भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘रवी आर्य’ 25 जनवरी 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, ‘पहले दिन का दान पेटी में दान की गई इतनी राशि कि आधे दिन में ही दानपात्र भर गया। राम मंदिर अयोध्या में पहले दिन में ही 3.17 करोड़ का दान।’

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/Shubhamhindu01/status/1750115882242818456

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें यह वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट जय श्री श्याम पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को राजस्थान स्थित सांवलिया सेठ मंदिर का बताते हुए 19 जनवरी 2024 को शेयर किया गया था,जबकि राम लला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को हुआ था। ऐसे में यह तो साफ है कि यह वीडियो राम मंदिर का नहीं है। 

पड़ताल के दौरान हमें यह वीडियो sanwaliya_seth_1007 सहित कई अन्य फेसबुक अकाउंट्स पर 16 जनवरी 2024 को इसी जानकारी के साथ शेयर हुआ मिला। हमें वीडियो में मैरून  रंग का कुर्ता पहने दानपेटी से पैसे इकट्ठा करते शख्स का इंस्टाग्राम अकाउंट मिला। शख्स का नाम नितिन वैष्णव है। नितिन ने वायरल वीडियो को 16 जनवरी 2024 को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है,  ‘श्री सांवलिया सेठ :-इस बार रिकॉर्ड 12 करोड़ 69 लाख नकद दान राशि निकली।’ 

नितिन के अकाउंट को खंगालने पर हमने पाया कि यूजर ने मंदिर के कई अन्य वीडियो को भी शेयर किया हुआ है। नितिन ने कैप्शन में सभी वीडियो को राजस्थान स्थित सांवलिया सेठ मंदिर का बताया है। 

हमने नितिन के वीडियो की तुलना सांवरिया सेठ मंदिर की तस्वीरों से की। हमने पाया कि दोनों में समानता हैं। 

जांच के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक खबर एबीपी न्यूज की आधिकारिक वेबसाइट पर 16 जनवरी 2024 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के सांवलिया सेठ मंदिर को एक दिन में करोड़ों का दान मिला। 

अधिक जानकारी के लिए अयोध्या दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमा शरण अवस्थी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो राम मंदिर का नहीं है।

आजतक और एबीपी की वेबसाइट पर 25 जनवरी 2024 को प्रकाशित न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, राम मंदिर में पहले दिन में 3.7 करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया गया है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर ने खुद को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया हुआ है। यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया दानपेटी से पैसे इकट्ठा करते लोगों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में वायरल वीडियो राम मंदिर का नहीं है। यह वीडियो राजस्थान में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर का है, जिसे अब यूजर्स भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।

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