Fact Check: राजस्‍थान के जैसलमेर में जबरदस्‍ती फेरे लेने के मामले में आरोपी और पीड़िता एक ही समुदाय के

राजस्‍थान के जैसलमेर में युवक ने युवती का अपहरण कर उसके साथ जबरदस्‍ती फेरे लिए। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में मुख्‍य आरोपी और युवती एक ही समुदाय के हैं। वीडियो को गलत रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें एक युवक युवती को गोद में उठाकर जबरदस्‍ती फेरे ले रहा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि राजस्थान के जैसलमेर में दलित लड़की का अपहरण कर उससे जबरदस्‍ती शादी की गई।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर इस मामले को गलत रंग देकर वायरल किया जा रहा है। पुलिस ने मुख्‍य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता और आरोपी एक ही समुदाय के हैं।  

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘लाइववैशाली डॉट इन‘ (आर्काइव लिंक) ने 7 जून को वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा,

“राजस्थान के जैसलमेर में दलित लड़की का अपहरण किया गया इसके बाद उससे जबरन शादी की गई, वीडियो वायरल होने के बावजूद मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नही हुई है.”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया। 8 जून को अमर उजाला की वेबसाइट पर छपी खबर में वायरल वीडियो के कीफ्रेम को देखा जा सकता है। इसके अनुसार, “1 जून को जैसलमेर के सांखला गांव का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें कुछ युवकों ने एक युवती का अपरहण किया था और फिर उसके साथ जबरदस्ती फेरे लिए थे। 5 जून को ही युवती के परिजनों ने उसकी शादी दूसरे युवक से कर शादी का वीडियो वायरल कर दिया था। इससे पहले युवती की सगाई पुष्पेंद्र सिंह से हुई थी। किसी वजह से युवती के पिता ने सगाई तोड़ दी थी। इससे नाराज होकर पुष्पेंद्र ने साथियों के साथ मिलकर युवती को किडनैप कर लिया का। उसने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था, जिससे युवती बदनाम हो जाए और उसकी शादी दूसरी जगह नहीं हो सके।”

Rajasthan Jaisalmer Video

8 जून को ईटीवी भारत की वेबसाइट पर भी इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है, “मामला जैसलमेर के मोहनगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के सांखला गांव का है। वहां एक युवती को किडनैप कर उससे जबरदस्ती शादी करने के प्रयास के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। घटना में शामिल बोलेरो गाड़ी को भी बरामद कर लिया है। एसपी विकास सांगवान का कहना है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र सिंह और दो अन्‍य आरोपी विक्रम सिंह व अभयसिंह को गिरफ्तार किया गया है। मोहनगढ़ पुलिस ने गुरुवार को एक अन्य आरोपी त्रिलोकसिंह को भी दबोच लिया है।”

Rajasthan Jaisalmer Video

7 जून को इंडियन एक्‍सप्रेस की वेबसाइट पर भी इस वीडियो के बारे में खबर छपी है। इसके मुताबिक, “राजस्थान की जैसलमेर पुलिस ने वायरल वीडियो के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। वीडियो में एक व्यक्ति महिला को गोद में लेकर जबरदस्‍ती फेरे लगाते दिख रहा है। जैसलमेर के एसपी विकास सांगवान का कहना है कि यह घटना 1 जून की है। आरोपी और युवती एक ही समुदाय के हैं। दोनों के परिवार उनकी शादी के लिए बातचीत कर रहे थे। बाद में महिला का परिवार पीछे हट गया। इस पर मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र ने लड़की को शादी के लिए मजबूर करने की कोशिश की।”

Rajasthan Jaisalmer Video

जैसलमेर पुलिस के ट्विटर हैंडल से भी इस बारे में ट्वीट किए गए हैं। 7 जून को किए गए ट्वीट (आर्काइव लिंक) में वायरल वीडियो के कीफ्रेम को देखा जा सकता है। इसमें लिखा है कि वायरल वीडियो के मामले में मोहनगढ़ थाने में केस दर्ज कर मुख्‍य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

8 जून को जैसलमेर पुलिस के ट्विटर अकाउंट (आर्काइव लिंक) से जानकारी दी गई कि युवती से शादी के मकसद से किए गए अपहरण के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

इस बारे में हमने मोहनगढ़ थाना प्रभारी पुखा राम से बात की। उनका कहना है, “आरोपी और युवती एक ही समुदाय के हैं। युवती दलित नहीं है। उसकी शादी हो चुकी है। इस मामले में पांच आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बचे हुए आरोपियों की तलाश जारी है।

पड़ताल के अंतिम चरण में हमने वीडियो को गलत रंग देकर शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘लाइववैशाली डॉट इन‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। 24 मार्च 2015 को बने इस पेज के करीब 9800 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: राजस्‍थान के जैसलमेर में युवक ने युवती का अपहरण कर उसके साथ जबरदस्‍ती फेरे लिए। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में मुख्‍य आरोपी और युवती एक ही समुदाय के हैं। वीडियो को गलत रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

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