राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध (जीसस क्राइस्ट ने कहा कि अगर आपको कोई थप्पड़ मारता है तो दूसरा गाल दिखा दो) के जिस बयान का जिक्र किया था, वह सही संदर्भ में था। गांधी का अहिंसक प्रतिरोध ईसा मसीह के विचार से प्रेरित था, जिसका संदर्भ उन्होंने अपनी आत्मकथा में भी किया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। संसद के मौजूदा सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में हुई चर्चा से संबंधित एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जो राहुल गांधी से संबंधित है। राहुल गांधी के इस वायरल क्लिप के साथ यह दावा किया जा रहा है कि उन्हें गांधी के अहिंसक प्रतिरोध के बारे में जानकारी नहीं थी और उन्होंने संसद में अपने भाषण के दौरान इसे ईसा मसीह का विचार बता दिया।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इसे भ्रामक पाया। राहुल गांधी ने ईसा मसीह को लेकर जिस बयान का जिक्र किया था, वह बिलकुल सही था और स्वयं महात्मा गांधी ने अपनी ऑटोबायोग्राफी या आत्मकथा में इसका जिक्र किया है। महात्मा गांधी अपनी इस पुस्तक धर्मों का परिचय के अध्याय में बाइबल अध्ययन का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब मैंने ईसा के यह विचार पढ़े (‘….जो तेरे दाहिने गाल पर तमाचा मारे, बायां गाल भी उसके सामने कर दें।’) तो बेहद खुशी हुई। उन्होंने अपनी आत्मकथा में इस बात को स्वीकार किया है कि उनके विचारों पर गीता, आर्नल्ड कृत बुद्ध चरित और ईसा के उपदेशों का गहरा प्रभाव रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Ram Singh Singh’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “पक्का नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ही है ना??जिस राहुल को ये नहीं पता कि बापू और जीजस क्राइस्ट के विचारों में क्या अंतर है वो बता रहा है कि ”जीजस क्राइस्ट ने कहा था कि अगर कोई एक गाल पर थप्पड़ मारे तो दूसरा आगे कर दो!” देश का बच्चा बच्चा जानता है कि ये विचार महात्मा गांधी के थे, पता नहीं कौन राहुल गांंधी की स्क्रिप्ट फाइनल करता है। हद है!”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते संदर्भ में शेयर किया गया है।
वायरल क्लिप 12 सेकेंड का है, जिसमें राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “….जीसस क्राइस्ट के इमेज भी है अभय मुद्रा…डरो मत डराओ मत…और जीसस क्राइस्ट ने कहा कि अगर आपको कोई थप्पड़ मारता है तो दूसरा गाल दिखा दो।” इस क्विप के साथ ही यह दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के विचार को ईसा मसीह का विचार बता दिया।
वायरल क्लिप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का है, जिस पर राहुल गांधी ने अपना वक्तव्य दिया था। संसद टीवी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर उनका यह पूरा भाषण मौजूद है, जिसे यहां देखा जा सकता है।
वीडियो को देखकर यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी ने ऐसा कहा था। चूंकि उन्होंने इस बयान को ईसा मसीह का बयान बताया है, इसलिए हमने mkgandhi.org पर मौजूद गांधी से संबंधित दस्तावेजों को चेक किया। महात्मा गांधी की आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’ में वह ‘धर्मों का परिचय’ चैप्टर में हमें इसका जिक्र मिलता है।
गांधी लिखते हैं, “मुझे याद है मैंने बाइबल पढ़ी है”, यह कह सकने के लिए मैंने बिना रस के और बिना समझे दूसरे प्रकरण बहुत कष्टपूर्वक पढ़े थे। ‘नम्बर्स’ नामक प्रकरण पढ़ते -पढ़ते मेरा जी उचट गया था। पर जब ‘न्यू टेस्टामेंट’ पर आया तो कुछ और ही असर हुआ। ईसा के ‘गिरी प्रवचन’ का मुझ पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ा। उसे मैंने ह्रदय में बसा लिया। बुद्धि ने गीता के साथ उसकी तुलना की। “जो तुझसे कुर्ता मांगे उसे अंगरखा भी दे दे,”, “जो तेरे दाहिने गाल पर तमाचा मारे, बायां गाल भी उसके सामने कर दे”, यह पढ़कर मुझे अपार आनन्द हुआ।
इंग्लिश वर्जन (The Story of My Experiments with Truth) में भी इस प्रसंग का यथावत जिक्र है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि राहुल गांधी ने संसद में ईसा मसीह का जिक्र सही संदर्भ में किया था। वायरल दावे को लेकर हमने दिल्ली यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर और सेंटर ऑफ ग्लोबल स्टडीज के हेड सुनील कुमार चौधरी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि गांधी पर चार प्रमुख विचारकों का प्रभाव देखने को मिलता है, जिसमें रस्किन,थूरो, टॉल्सटॉय और इमर्सन का नाम प्रमुख है। उन्होंने कहा, “गांधी जी के विचार का मूल तत्व कई विचारों का समागम है। फर्क बस इतना है कि उन्होंने उन विचारों को भारतीय संदर्भ में तत्कालीन राजनीतिक व सामाजिक स्थितियों के मुताबिक उसे मूर्त रूप दिया।”
दिल्ली यूनिवर्सिटी में गांधी अध्ययन के एक अन्य प्रोफेसर ने बताया कि गांधी के विचार कई जगहों से लिए गए हैं। सत्याग्रह, अहिंसक प्रतिरोध समेत उनके कई विचार अन्य विचारकों से प्रेरित है। संसद में अहिंसक प्रतिरोध के जिस विचार का उल्लेख उन्होंने किया, वह ईसा मसीह से ही प्रेरित है।
वायरल वीडियो क्लिप को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब तीन सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं। कुछ दिनों पहले राहुल गांधी का ऐसा ही एक अन्य वीडियो वायरल हुआ था, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध (जीसस क्राइस्ट ने कहा कि अगर आपको कोई थप्पड़ मारता है तो दूसरा गाल दिखा दो) के जिस बयान का जिक्र किया था, वह सही संदर्भ में था। गांधी का अहिंसक प्रतिरोध ईसा मसीह के विचार से प्रेरित था, जिसका संदर्भ उन्होंने अपनी आत्मकथा में भी किया है।
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