Fact Check: राहुल गांधी ने सीमा पर सैनिकों के बजाय किसानों को तैनात करने का नहीं दिया सुझाव, अधूरा वीडियो किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी को लेकर किया जा रहा दावा झूठा निकला है। राहुल गांधी के भाषण का एक छोटा-सा अंश काटकर उसे गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। राहुल गांधी अपने संबोधन में भारत के मजदूरों, किसानों, कामगारों को मजबूत करने की बात कहते हुए कह रहे हैं कि ऐसा करने पर चीन घुसपैठ का साहस नहीं करेगा।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि राहुल गांधी ने चीन की सीमा पर सैनिकों के बजाय किसानों, मजदूरों को तैनात करने का सुझाव दिया है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। राहुल गांधी के भाषण का एक छोटा-सा अंश काटकर उसे गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। राहुल गांधी अपने संबोधन में भारत के मजदूरों, किसानों, कामगारों को मजबूत करने की बात कहते हुए कह रहे हैं कि ऐसा करने पर चीन घुसपैठ का साहस नहीं करेगा। राहुल गांधी अपने भाषण में कमजोर अर्थव्यवस्था के संदर्भ में अपनी बात रख रहे थे।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी फैक्ट चेक के लिए ये दावा मिला है। Horsestable13 नाम के ट्विटर हैंडल ने 25 जनवरी 2021 को किए गए एक ट्वीट में 25 सेकंड का एक वीडियो ट्वीट किया गया है। इस वीडियो में राहुल गांधी कुछ बोलते हुए दिख रहे हैं। इस ट्वीट के साथ अंग्रेजी में लिखे टेक्स्ट की हिंदी कुछ यूं है, ‘जब राहुल गांधी सोचते हैं कि भारतीय सेना की बजाय किसान और मजदूर तैनात हो सकते हैं तो हम अमित शाह जी से निवेदन करते हैं कि कृपया राहुल गांधी की वीआईपी सुरक्षा हटा ली जाए और उसकी जगह भारतीय किसान और मजदूर तैनात कर दिए जाएं।’

इस ट्वीट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले ट्वीट किए गए वीडियो को गौर से सुना। 25 सेकंड के इस वीडियो में राहुल गांधी कह रहे हैं, ‘आप चीन से सुरक्षा के लिए भारतीय सेना, नौसेना, एयरफोर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आप भारतीय मजदूरों, किसानों, कामगारों का इस्तेमाल करें तो आपको सेना, नेवी और एयरफोर्स को वहां खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। चीन में अंदर आने की हिम्मत नहीं होगी।’ इसी क्लिप के आधार पर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सीमा पर सैनिकों के बजाय किसानों, मजदूरों को तैनात करने का सुझाव दे रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए जरूरी कीवर्ड्स की मदद से इस दावे को इंटरनेट पर सर्च किया। हमें 24 जनवरी 2021 को हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट पिछले महीने राहुल गांधी की तमिलनाडु यात्रा पर आधारित है। इस रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर में राहुल गांधी का पहनावा वायरल वीडियो के पहनावे से हुबहू मेल खाता है। साथ ही, इस रिपोर्ट में बिल्कुल वही लाइनें भी लिखी गईं हैं, जो राहुल वायरल वीडियो में बोल रहे हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि राहुल गांधी चीन से निपटने के बारे में बात कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि भारत की असल ताकत किसानों, मजदूरों और बुनकरों में निहित है। अगर इन्हें मजबूत कर दिया गया तो देश की सीमाओं की रक्षा के लिए जवानों की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर विस्तार से पढ़ा जा सकता है।

हमें पड़ताल के दौरान 25 जनवरी 2021 को आउटलुक की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट भी राहुल गांधी के तमिलनाडु दौरे पर आधारित है। इस रिपोर्ट में भी बताया गया है कि राहुल गांधी ने कहा कि कमजोर अर्थव्यवस्था के चलते ही चीन आक्रामक हुआ है। इस रिपोर्ट में हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया एक वीडियो भी एंबेंड मिला। 24 जनवरी 2021 के इस ट्वीट में राहुल गांधी का 3 मिनट 9 सेकंड का संबोधन ट्वीट किया गया है। इसमें राहुल गांधी अंग्रेजी में बोल रहे हैं और तमिल अनुवादक उसका तमिल में अनुवाद कर रहे हैं। इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है।

इस वीडियो को ट्वीट करते हुए एएनआई ने अंग्रेजी में टेक्स्ट लिखा है, जिसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरह है, ‘… अगर भारत के मजदूर, किसान और बुनकर मजबूत होने और उन्हें मौके दिए जाते तो चीन कभी भी भारत के अंदर आने की हिम्मत नहीं करेगा।’

हमें यह वीडियो राहुल गांधी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। यह वीडियो 1 घंटा एक मिनट 40 सेकंड का है और तमिलनाडु के इरोड में बुनकर समुदाय से राहुल गांधी की बातचीत पर आधारित है। इस वीडियो में 14 मिनट 6 सेकंड के बाद से राहुल गांधी भारत की कमजोर अर्थव्यवस्था पर बात करते नजर आ रहे हैं और इसे चीन के आक्रामक होने की वजह बता रहे हैं। इस वीडियो में 17 मिनट 12 सेकंड के बाद से राहुल गांधी जो बोल रहे हैं, उसी के बाद से लेकर 17 मिनट 37 सेकंड तक की 25 सेकंड की क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल वीडियो के संदर्भ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया विभाग के स्टेट को-ऑर्डिनेटर रनीश जैन से बात की। हमने उनके साथ इस वायरल वीडियो को साझा किया। रनीश जैन ने पुष्टि करते हुए बताया कि ये वीडियो पिछले महीने राहुल गांधी की तमिलनाडु यात्रा का है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती के बारे में बात कर रहे थे, ताकि चीन घुसपैठ का साहस न कर सके। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के लोग लंबे अरसे से राहुल गांधी को लेकर झूठ फैला रहे हैं और ये उसी की एक कड़ी है।

विश्वास न्यूज ने इस क्लिप्ड वीडियो को ट्वीट करने वाले यूजर Horsestable13 की प्रोफाइल को स्कैन किया। यह प्रोफाइल मई 2019 में बनाई गई है और यूजर ने अपनी लोकेशन लंदन, इंग्लैंड बता रखी है। फैक्ट चेक किए जाने तक इस प्रोफाइल के 855 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में राहुल गांधी को लेकर किया जा रहा दावा झूठा निकला है। राहुल गांधी के भाषण का एक छोटा-सा अंश काटकर उसे गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। राहुल गांधी अपने संबोधन में भारत के मजदूरों, किसानों, कामगारों को मजबूत करने की बात कहते हुए कह रहे हैं कि ऐसा करने पर चीन घुसपैठ का साहस नहीं करेगा।

False
Symbols that define nature of fake news
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