"भारत जोड़ो न्याय यात्रा" के दौरान राहुल गांधी के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का दावा गलत है और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है, जिसे उसके संदर्भ से अलग कर शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राहुल गांधी की हालिया संपन्न “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” से संबंधित एक वीडियो क्लिप को लेकर दावा किया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। इसके साथ वायरल हो रहा क्लिप ऑल्टर्ड और एडिटेड है। राहुल गांधी केंद्र सरकार पर सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए अपनी बात रख रहे थे, जिसे राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो उनकी पूरी बात का चुनिंदा अंश है, जिससे मूल संबोधन के मायने मतलब बदल जा रहे हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘Ashish Agarwal’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “
ये डंडा देना, झंडा (तिरंगा) उतार दो इससे- राहुल गांधी जिस तिरंगे के लिए भारतवासी दे देते हैं जान
उस तिरंगे झंडे का राहुल गांधी कर रहे हैं अपमान
जोड़ने की बात करने वाले तोड़ते और बांटते-बांटते नहीं थके, तो अब राष्ट्रध्वज का ही अपमान करने लगे।
जिस राष्ट्रध्वज की आन-बान-शान के लिए देश का नागरिक जान भी दे दे…उसी तिरंगे को डंडे से उतारने की जल्दबाजी राहुल गांधी में जरा देखिए…..
शर्म करो शहजादे!”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स (आर्काइव लिंक)ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो क्लिप सात सेकेंड का है, जिसमें राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “……ये वाला डंडा देना….झंडा उतार दो इससे…..!” स्पष्ट है कि यह क्लिप आधा-अधूरा है, जिसे उसके संदर्भ से अलग कर पेश किया जा रहा है। वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर इस वीडियो क्लिप का ऑरिजिनल वीडियो मिला, जिसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर पांच दिन पहले अपलोड किया गया है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो (आर्काइव लिंक) भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान महाराष्ट्र में हुई जनसभा का है।
वीडियो को 10 मिनट 50 सेकेंड के फ्रेम से सुनने पर राहुल गांधी के वायरल बयान का संदर्भ स्पष्ट हो जाता है। राहुल कहते हैं, “….(एक व्यक्ति को संबोधित करते हुए) भैया उधर देखो…उधर देखो भैया…वो देखो मोदी सी-प्लेन पर उड़ रहा है…भैया उधर देखो…वो पाकिस्तान की तरफ देखो..यहां देखो चाइना की तरफ देखो…..तो इसका ध्यान पहले इधर उधर करेंगे….कौन करेगा? नरेंद्र मोदी करेगा। उसके बाद पीछे से अडाणी आएगा…जेब काटेगा…..!” इसके बाद वह कहते हैं, “…….अच्छा ये देना डंडा देना…झंडा (तिरंगा) उतार दो इससे…ये वाला दो छोटा वाला…ये दे दो…तो मोदी ध्यान इधर उधर करेगा…अडाणी पीछे से जेब काटेगा और अमित शाह यूं डंडा पकड़ कर ईडी..सीबीआई….ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स लेकर मारेगा। किसको मारेगा…इसी को मारेगा। अगर इसने चूं कियो तो इसे मारेगा।”
वीडियो को देखकर स्पष्ट हो जाता है कि जब वह अपनी बात को रखने के लिए डंडा मांगते हैं तो भीड़ में मौजूद व्यक्ति उन्हें तिरंगा लगा हुआ डंडा देता है, जिसे देखकर वह उसमें से झंडा को अलग करने के लिए कहते हैं और फिर डंडे के जरिए ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग का रुपक देते हुए अपनी बात रखते हैं।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि उन्होंने झंडे को हटाने के लिए नहीं कहा, लेकिन वायरल वीडियो में केवल उनके भाषण के उस अंश को शामिल किया गया है, जिससे ऐसा लग रहा है कि उन्होंने झंडे को हटाने के लिए कहा। वायरल वीडियो को लेकर हमने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा, “वायरल वीडियो एडिटेड अंश है। राहुल गांधी ने कहीं से भी झंडे का अपमान नहीं किया। यह उनके खिलाफ चुनावी दुष्प्रचार है।”
वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 22 हजार लोग फॉलो करते हैं। चुनाव से संबंधित अन्य भ्रामक व फेक दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनावी सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” के दौरान राहुल गांधी के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का दावा गलत है और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है, जिसे उसके संदर्भ से अलग कर शेयर किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।