Fact Check : राहुल गांधी ने पगड़ी पहनने से नहीं किया था इनकार, वायरल दावा राजनीतिक दुष्प्रचार

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी के वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो में राहुल गांधी पगड़ी बंधवा रहे थे, उसी दौरान एक महिला बार-बार उनसे फोटो लेने का आग्रह कर रही थी, जिसे उन्होंने मना किया था। अब उसी वीडियो को दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा के बीच एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर राहुल गांधी के इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि राहुल गांधी ने पगड़ी पहनने से इनकार कर दिया था। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की विस्तार से पड़ताल की और जांच में यह दावा भ्रामक और राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार निकला। वीडियो में राहुल गांधी बिना कैमरे के पगड़ी पहनने से इनकार नहीं कर रहे थे, बल्कि एक महिला द्वारा फोटो लिए जाने के निवेदन से इनकार कर रहे थे, जिसे कुछ यूजर्स गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘हिमांशु पाटिल’ ने 12 जनवरी को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “अभी नहीं बाँधूँगा- कैमरा और मीडिया वाले नहीं थे तो राहुल गांधी ने सिर पर दस्तार सजाने से मना कर दिया…भारत जोड़ो यात्रा में टी-शर्ट से लेकर दस्तार तक…हर हरकत एक नौटंकी और लिखी हुई स्क्रिप्ट का हिस्सा है। गांधी परिवार का सिख विरोधी चेहरा एक बार फिर बेनक़ाब।”

पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

राहुल गांधी इन दिनों ‘भारत जोड़ो’ यात्रा पर हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान वह जगह-जगह जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं। वायरल हो रहा वीडियो उनकी इसी यात्रा के दौरान अमृतसर का है, जब वो केसरिया पगड़ी पहन के अमृतसर गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंचे थे।

वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। वीडियो में हमें ‘स्टेट न्यूज़ पंजाब‘ का लोगो लिखा नज़र आया। हमने स्टेट न्यूज़ पंजाब पर वायरल वीडियो को सर्च करना शुरू किया। हमें 10 जनवरी 2023 को स्टेट न्यूज़ पंजाब के फेसबुक पर वायरल वीडियो शेयर मिला। यहां वीडियो के साथ कैप्शन लिखा गया था, “अमृतसर पहुंचे राहुल गांधी किसके कहने पर बाँधी केसरी पग।”

वीडियो में राहुल और पगड़ी बांधने वाले व्यक्ति के बीच में बातचीत चल रही होती है, तभी एक महिला की आवाज सुनाई देती है, जो राहुल गांधी से फोटो लेने का निवेदन कर रही थी। महिला की इसी बात का जवाब देते हुए राहुल गांधी कहते हैं, “अभी नहीं, मैडम, इसके बाद।”

हमें स्टेट न्यूज़ पंजाब के फेसबुक पेज पर 11 जनवरी 2023 को राहुल गांधी को पगड़ी बांधने वाले व्यक्ति का इंटरव्यू वीडियो मिला। वीडियो में बताया गया कि राहुल गांधी की दस्तार मंजीत सिंह फिरोजपुरिया द्वारा सजाई गई थी।

हमने पड़ताल को आगे बढ़ाया और मंजीत सिंह फिरोजपुरिया के बारे में सर्च किया। हमें पता चला कि मंजीत सिंह एक दस्तार कोच हैं, जो 10 साल से पगड़ी बांधने की ट्रेनिंग दे रहे हैं। मंजीत जर्मनी, हॉलैंड, पोलैंड, बेल्जियम, फ्रांस, इटली, आस्ट्रिया, स्पेन, सिंगापुर, मलेशिया, कनाडा आदि देशों में जाकर सिख युवाओं को पगड़ी बांधने की ट्रेनिंग दे चुके हैं।

हमने मंजीत सिंह के सोशल मीडिया हैंडल को भी सर्च किया। सर्च के दौरान हमें 10 जनवरी 2023 को मंजीत सिंह द्वारा राहुल गांधी को पगड़ी सजाते हुए एक वीडियो मिला। राहुल गांधी वीडियो में मौजूद दूसरे लोगों से बात कर रहे होते हैं, तभी एक महिला की आवाज सुनाई देती है। महिला कहती है- “एक पिक ले लो, एक पिक ले लो। महिला के जवाब में राहुल कहते हैं, “अभी नहीं, मैडम।” इस दौरान राहुल की पगड़ी को लेकर बातचीत भी जारी रहती है। वीडियो में राहुल गांधी को पगड़ी बंधवाते हुए देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने पंजाबी जागरण अमृतसर के रिपोर्टर अमृतपाल सिंह से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। इस बारे में उनका कहना है, “राहुल गांधी ने पगड़ी के लिए मना नहीं किया था। उन्होंने दूसरे दिन भी पगड़ी सजाई थी। कुछ लोगों द्वारा वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

हमने राहुल गांधी को पगड़ी बांधने वाले मंजीत सिंह फिरोजपुरिया से भी संपर्क किया। उन्होंने बताया, “वायरल वीडियो एक निजी होटल की है, जब राहुल अमृतसर एयरपोर्ट से निकलकर सीधे होटल पहुंचे थे और वहीँ पर मैंने उनकी पगड़ी बांधी थी। राहुल जब पगड़ी के बारे में चर्चा कर रहे थे, तब एक महिला उन्हें बार-बार अपने संग फोटो खिंचवाने के लिए बोल रही थीं और राहुल ने उसी महिला को मना किया था न कि पगड़ी पहनने को। राहुल का कहना था कि एक बार पगड़ी बंध जाने दीजिए, उसके बाद मैं फोटो खिचाऊंगा।”

हमने राहुल गांधी के साथ इस रैली में शामिल नेता राजपाल बिष्ट से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वायरल दवा गलत है।

यह पहली बार नहीं है, जब राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैली हो। इससे पहले भी कई बार फर्जी तस्वीरें, वीडियो वायरल हो चुके हैं। भारत जोड़ो यात्रा के शुरू होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह के फर्जी दावे वायरल होते रहते हैं। इनकी फैक्‍ट चेक रिपोर्ट को आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर हिमांशु पाटिल के फेसबुक हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। यूजर इंदौर का रहने वाला है। प्रोफाइल को खंगालने पर हमने पाया कि यूजर एक राजनीतिक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि राहुल गांधी के वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो में राहुल गांधी पगड़ी बंधवा रहे थे, उसी दौरान एक महिला बार-बार उनसे फोटो लेने का आग्रह कर रही थी, जिसे उन्होंने मना किया था। अब उसी वीडियो को दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Misleading
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