Fact Check : मुंबई के एक आम आदमी की तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके लगाया गया पुतिन का चेहरा

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। मुंबई की एक पुरानी तस्‍वीर को एडिट करके पुतिन के चेहरा का इस्‍तेमाल करते हुए वायरल तस्‍वीर को तैयार किया गया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नाम पर एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर इस तस्‍वीर को वायरल करते हुए कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल तस्‍वीर पुतिन की है। उन्‍हें हैदराबाद के बरकस में देखा गया। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे मजाक के तौर पर तो कुछ इसे सच मानकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। मुंबई की एक पुरानी तस्‍वीर को एडिट करके पुतिन के चेहरा का इस्‍तेमाल करते हुए वायरल तस्‍वीर को तैयार किया गया है। असली तस्‍वीर क्लिक करके वाले फोटोग्राफर ने भी इस बात की पुष्टि की।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबकु पेज ऑनलाइन ट्रेडिंग ने 25 फरवरी को वायरल तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा, ‘President Putin spotted in Barkas, Hyderabad.’

पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पुतिन के नाम पर वायरल तस्‍वीर की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल लेंस टूल का इस्‍तेमाल किया। इस टूल के माध्‍यम से सर्च करने पर असली तस्‍वीर ड्रीम्‍सटाइम नाम की एक वेबसाइट पर मिली। तस्‍वीर को लेकर बताया गया कि 12 जनवरी 2015 की यह तस्‍वीर मुंबई की है। इस तस्‍वीर को यहां देखा जा सकता है। इस तस्‍वीर को फोटोग्राफर पॉल प्रेस्कॉट ने क्लिक की थी।

जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल और असली तस्‍वीर का तुलनात्‍मक अध्‍ययन किया गया। पता चला कि किसी ने जानबूझकर ऑरिजिनल तस्‍वीर के फेस को एडिट करके पुतिन के चेहरे का इस्‍तेमाल किया। असली और फर्जी तस्‍वीर को नीचे देख सकते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए पॉल प्रेस्कॉट से वॉट्सऐप के माध्‍यम से संपर्क किया। उनके साथ वायरल तस्‍वीर को शेयर की। उन्‍होंने बताया कि असली तस्‍वीर उन्‍होंने ही खींची थी। किसी ने उनकी ऑरिजिनल तस्‍वीर के साथ छेड़छाड़ करके यह फर्जी तस्‍वीर तैयार की है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबकु पेज ऑनलाइन ट्रेडिंग पर वायरल कंटेंट ज्‍यादा अपलोड किए जाते हैं।

निष्‍कर्ष : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नाम पर वायरल तस्‍वीर फर्जी साबित हुई। विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि मुंबई के एक आम आदमी की पुरानी तस्‍वीर को एडिट करके पुतिन के चेहरे का इस्‍तेमाल करके वायरल फोटो बनाई गई है।

False
Symbols that define nature of fake news
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