Fact Check: सीएम भगवंत मान के विरोध का यह वीडियो पुराना है, भ्रामक दावे के साथ वायरल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का विरोध कर रहे लोगों का वायरल वीडियो हालिया लोकसभा चुनाव 2024 का नहीं है, बल्कि पुराना है। लोग संगरूर के पुराने वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को मुख्यमंत्री भगवंत मान का विरोध करते देखा जा सकता है। यूजर्स इस वीडियो को हालिया लोकसभा चुनाव से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि साल 2022 का है। कुछ लोग संगरूर के पुराने वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावे से वायरल कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर टिंका जरगड़ी (ਟਿੰਕਾ ਜਰਗੜੀ) ने 24 अप्रैल को वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘ये लाहनता भी पढ़नी शुरू।”

कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावों के साथ शेयर किया है।  पोस्ट का  आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज पर अपलोड किया। वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट हमें ‘पंजाब न्यूज’ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मिली। 16 जून 2022 को अपलोड किए गए वीडियो में बताया गया है, वीडियो भगवंत मान के रोड शो का है, जिसमें नाराज नौजवानों ने विरोध किया था।

हमें वीडियो से जुड़ी पोस्ट Pro News Rozana के फ़ेसबुक पेज पर भी मिली। 16 जून 2022 को अपलोड किए गए वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो संगरूर का है। जहां लोगों ने सीएम भगवंत मान का विरोध किया था। वीडियो में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है।

इस वीडियो को साल 2022 में कई फेसबुक यूजर्स ने शेयर किया है।

अधिक जानकारी के लिए हमने पंजाबी जागरण के संगरूर जिला प्रभारी बलजीत सिंह टिब्बा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो पुराना है। इस वीडियो का हालिया लोकसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है।

अंत में हमने वीडियो शेयर करने वाले यूजर को स्कैन किया। पता चला कि यूजर को फेसबुक पर 62 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का विरोध कर रहे लोगों का वायरल वीडियो हालिया लोकसभा चुनाव 2024 का नहीं है, बल्कि पुराना है। लोग संगरूर के पुराने वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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