राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण दिया गया है। 12 जनवरी को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष, विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और आरएसएस कार्यकर्ता ने राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अयोध्या के राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण बांटे जा रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी कई पोस्ट वायरल हो रही हैं। ऐसी ही कुछ पोस्ट में दावा किया गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं बुलाया गया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल दावा झूठा है। 12 जनवरी को राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और आरएसएस कार्यकर्ता ने राष्ट्रपति भवन जाकर द्रौपदी मुर्मु को निमंत्रण पत्र दिया है।
फेसबुक यूजर Ámîť Kûmãŕ Ñèhãĺ (आर्काइव लिंक) ने 14 जनवरी को लिखा,
“अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के उद्घाटन के लिए बड़े बड़े दिग्गज हस्ती वाले , बड़े बड़े नेताओं को आमंत्रित किया गया है, भारतीय संविधान के अनुसार देश के प्रथम नागरिक माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी को आमंत्रित नहीं किया गया क्यूं……..?
जानते हैं..
क्योंकि credit man मोदी जी का क्रेडिट खराब हो जाएगा, और इसलिए क्योंकि राष्ट्रपति के मंच पर होते हुए मोदी जी राममंदिर का उद्घाटन नहीं कर सकते है , क्यूंकि देश का प्रथम व्यक्ति राष्ट्रपति होता है इसलिए उन्हें न आमंत्रित किया जाएगा,और न राष्ट्रपति साहिबा वहां पहुंचेगी,
दूसरा बात ये की,राम मंदिर का अर्धनिर्माण में ही उद्घाटन किया जा रहा है।
क्योंकि फिर मंदिर के नाम पर वोट भी तो लेना है, मुद्दा तो राम मंदिर ही होगा ना”
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 12 जनवरी को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर एएनआई के हवाले से छपी खबर में लिखा है कि राष्ट्रपति को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दे दिया गया है। शुक्रवार (12 जनवरी) को राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा, विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और आरएसएस से जुड़े राम लाल ने राष्ट्रपति भवन पहुंचे। वहां उन्होंने राष्ट्रपति को निमंत्रण पत्र दिया।
12 जनवरी को द हिंदू में छपी खबर के अनुसार, “अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 12 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण मिला। विहिप की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने निमंत्रण मिलने पर बेहद खुशी जताई और कहा कि वह जल्द ही अयोध्या आने का समय तय करेंगी। इस कार्यक्रम में 150 श्रेणियों के 7000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें संत, राजनेता, व्यवसायी, खिलाड़ी, अभिनेता और कार सेवकों के परिवार आदि शामिल हैं।”
एएनआई के आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी इस बारे में पोस्ट (आर्काइव लिंक) देखी जा सकती है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी 12 जनवरी को राष्ट्रपति को निमंत्रण दिए जाने की तस्वीर पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए इस बारे में जानकारी दी।
इस बारे में अयोध्या में दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमाशरण अवस्थी का कहना है, “राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया जा चुका है। 12 जनवरी को उनको निमंत्रण पत्र दिया गया है।“
फर्जी दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के करीब 5600 फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण दिया गया है। 12 जनवरी को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष, विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और आरएसएस कार्यकर्ता ने राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया।
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