प्रतापगढ़ में हुए सड़क हदासे की वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। पुलिस ने वहां गोलीबारी की किसी भी घटना से इनकार किया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कुछ घायलों का वीडियो वायरल हो रहा है। इसे शेयर कर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर से कुंडा के मनगढ़ गए छह लोगों पर दबंगों ने गोलियां बरसा दीं, जिसमें एक की मौत हो गई, जबकि बाकी की हालत गंभीर है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा वायरल दावा गलत है। दरअसल, जौनपुर से कुंडा के मनगढ़ जा रहे लोगों की कार हादसे का शिकार हो गई थी। हादसे में एक की मौत हो गई थी, जबकि चार लोग घायल हो गए थे। दुर्घटना के उस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
ट्विटर यूजर ‘मनीष कुमार एडवोकेट’ (आर्काइव लिंक) ने 29 जून को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
“उत्तरप्रदेश की जौनपुर ग्राम सभा खैरपारा गांव के ६ लोग दर्शन करने कुंडा मानगढ़ गए थे जो सत्ता
संरक्षित दबंग मामूली विवाद के लिए गोलियां भुन दिए एक की मौत बाकी की हालत नाजुक”
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया, लेकिन इस तरह की कोई भी खबर हमें नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके।
इसके बाद हमने प्रतापगढ़ पुलिस के ट्विटर हैंडल को सर्च किया। इस पर 29 जून को इस वीडियो (आर्काइव लिंक) से संबंधित जानकारी दी गई है। इसमें लिखा है कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट भ्रामक है। भ्रामक पोस्ट करने पर ट्विटर यूजर के खिलाफ जेठवारा में केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने भ्रामक पोस्ट नहीं करने की हिदायत भी दी।
ट्वीट में जानकारी दी गई है कि लालगंज थाना प्रभारी ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर उसकी जांच की तो पता चला कि वीडियो एक सड़क हादसे का है। 28 जून को शाम करीब 6 बजे कुंडा पेट्रोल पंप के पास एक कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई थी। इसमें 5 लोग घायल हो गए थे। 29 जून को इस वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया गया। प्रतापगढ़ पुलिस ने इस दावे का खंडन किया है। गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई है।
ट्वीट में अखबार की खबर की कटिंग भी दी गई है। इसमें वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम को देखा जा सकता है। इसमें भी लिखा है कि जौनपुर से कुंडा के मानगढ़ जा रहे लोगों की कार सड़क के किनारे गिरे पेड़ से टकरा गई। इससे वाहन में सवार पांच लोग घायल हो गए। इनमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
प्रतापगढ़ के एएसपी (वेस्ट) रोहित मिश्रा के बयान भी प्रतापगढ़ पुलिस के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट (आर्काइव लिंक) किया गया है। उनका कहना है कि इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास है। यह घटना फायरिंग की नहीं, हादसे की है।
दैनिक जागरण के प्रतापगढ़ के 29 जून 2023 के संस्करण में भी इस खबर को देखा जा सकता है। इसमें घायलों की तस्वीरें भी दी गई हैं।
इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने प्रतापगढ़ के एसपी सतपाल अंतिल से संपर्क किया। उनके पीआरओ का कहना है, “गोलीबारी की ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। वीडियो एक हादसे का है।“
वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ‘मनीष कुमार एडवोकेट‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर जनवरी 2015 से ट्विटर पर सक्रिय हैं और उनके 9476 फॉलोअर्स हैं। वह एक राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित हैं।
निष्कर्ष: प्रतापगढ़ में हुए सड़क हदासे की वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। पुलिस ने वहां गोलीबारी की किसी भी घटना से इनकार किया है।
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