Fact Check : अमेरिकी ट्रेन पर नहीं लगे भीमराव अम्बेडकर के पोस्टर, दिल्ली मेट्रो की फोटो को एडिट कर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि भीमराव अम्बेडकर को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। मेट्रो  की वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर अमेरिका की ट्रेन की नहीं, बल्कि दिल्ली मेट्रो की है। अब तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मेट्रो पर भीमराव अम्बेडकर के पोस्टर पर लगी हुई एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर अमेरिका के एक ट्रेन की है। अमेरिका ने अपनी सबसे रफ्तार से चलने वाली ट्रेन पर भीमराव अम्बेडकर के पोस्टर लगाए हैं। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मेट्रो की वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर अमेरिका की ट्रेन की नहीं, बल्कि दिल्ली मेट्रो की है। अब तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर धम्मा प्रिया बुद्धा ने 20 मार्च 2023 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “जो काम भारत नहीं कर सका वह काम अमरीका ने करके दिखाया अमरीका की सबसे लम्बी दूरी की ट्रेन पे बाबासाहब का पोस्टर लगाया गया? मगर भारत की मनुवादी मीडिया यह खबर नहीं दिखाएगी !!! जयभीम !!!”

पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गौर से देखा, हमने पाया कि फोटो पर दिल्ली मेट्रो का लोगो लगा हुआ है। साथ ही फोटो को देखने पर यह भी साफ-साफ पता चला रहा है कि यह एडिटेड है। फोटो पर लिखे हुए शब्द गलत है और व्याकरण की जुड़ी कई अशुद्धियां मौजूद हैं। फोटो पर ‘भीम’ शब्द गलत लिखा हुआ है। एडिटिंग के जरिए ट्रेन पर ऊपर की तरफ जो जय भीम लिखने की कोशिश की गई है वो बाहर निकलता हुआ साफ नजर आ रहा है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें असली तस्वीर एबीपी की एक रिपोर्ट में मिली। रिपोर्ट को 20 फरवरी 2017 को प्रकाशित किया गया है। 

असली तस्वीर और एडिटेड तस्वीर के बीच में कई समानताओं को देखा जा सकता है। असली और एडिटेड दोनों ही तस्वीरों पर एक ही नंबर 1414 लिखा हुआ है। पीछे की तरफ लगे एक बोर्ड पर लिखा समय एक जैसा है। 

पड़ताल के दौरान हमें असली तस्वीर कई अन्य न्यूज रिपोर्ट में भी मिली।

अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली मेट्रो के डायरेक्टर अनुज दयाल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर एडिटेड है और असली तस्वीर दिल्ली मेट्रो की है।”

एडिटेड पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर धम्मप्रिया बुद्धा की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 1,771 मित्र हैं। वह एक विचारधारा से प्रेरित हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर मध्य प्रदेश का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि भीमराव अम्बेडकर को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। मेट्रो  की वायरल तस्वीर एडिटेड है। असली तस्वीर अमेरिका की ट्रेन की नहीं, बल्कि दिल्ली मेट्रो की है। अब तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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