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Fact Check: 10वीं में 26 बार फेल होने की मजाकिया पोस्ट को असली समझ शेयर कर रहे यूजर्स

उत्तराखंड के चमोली निवासी उमेश ने मार्कशीट और एक अन्य फोटो अपलोड करके मजाक में 26 बार 10वीं फेल होने की बात लिखी थी। इसे यूजर्स असली समझकर शेयर कर रहे हैं। 26 बार 10वीं में फेल होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट काफी वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि हाईस्कूल में लगातार 26वीं बार फेल होने पर गांव वालों ने फूल—मालाओं से सम्मानित किया। इसमें एक फोटो मार्कशीट की जबकि दूसरी माला पहनाते हुए है। यूजर्स इसे असली समझकर शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि उत्तराखंड के चमोली के रहने वाले शख्स ने इसे मजाक के तौर पर शेयर किया था। वहां इस बार बोर्ड परीक्षा में 26 बार हाईस्कूल में फेल होने जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर WeGarhwali (आर्काइव लिंक) ने 7 जून को स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा,
इस बार पूरी उम्मीद थी हमे चलो अगली बार देखते हैं, बोर्ड ही तो है
स्क्रीनशॉट पर लिखा है,
विश्व रिकॉर्ड लगातार 26 वे बार हाई स्कूल में फेल होने पर आज सभी ग्रामवासियों ने फूल मालाओं से सम्मानित किया धन्यवाद आप सभी का अग्रिम कोशिश जारी रहेगी

फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने भी इस स्क्रीनशॉट को शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले ओरिजनल पोस्ट को सर्च किया। फेसबुक यूजर Umesh Chandra Sati (आर्काइव लिंक) ने 6 जून को यह पोस्ट की है। इसका ही स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। प्रोफाइल के मुताबिक, यूजर उत्तराखंड के पीपलकोटी में रहते हैं।

मामला उत्तराखंड से जुड़ा होने के कारण हमने उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं के रिजल्ट के बारे में सर्च किया। 6 जून को jagran में छपी खबर के मुताबिक, उत्तराखंड बोर्ड का 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया है।

इसके बाद हमने 10वीं में 26 बार फेल होने की खबर को कीवर्ड से तलाश किया, लेकिन कुछ नहीं मिला। पीपलकोटी उत्तराखंड के चमोली जिले में एक गांव है। वहां के दैनिक जागरण के रिपोर्टर देवेंद्र रावत से हमने संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ भी नहीं है। इस मामले में उन्होंने बोर्ड सचिव से भी बात की थी, लेकिन उन्होंने भी ऐसे किसी मामले से इनकार किया था। मार्कशीट की फोटो और माला पहनाते तस्वीर पोस्ट पोस्ट करने वाले उमेश प्राइवेट कंपनी में गार्ड हैं। उन्होंने मजाक में यह पोस्ट की थी।

हमने यह पोस्ट करने वाले उमेश से भी बात की। उनका कहना है, ‘मैं 11वीं पास हूं और प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता हूं। यह पोस्ट मैंने मजाक में डाली थी। उस दिन बोर्ड का रिजल्ट आया था। ऐसे में कई बच्चे हताश होकर गलत कदम उठा लेते हैं। मेरा मकसद उनको हिम्मत देना था। मार्कशीट की फोटो मुझे तीन—चार साल पहले वॉट्सऐप ग्रुप पर मिली थी। इससे पहले भी मैं इसे पोस्ट कर चुका हूं। माला पहनाने का मामला पिछले साल का है। उस समय हमारे गांव में विधायक आए थे। उनके जाने के बाद तीन-चार माला बच गई थी तो मजाक में मैंने इन्हें पहनवाकर फोटो खिंचवा ली थी। 26 बार हाईस्कूल में फेल होने वाली बात गलत है। मैंने केवल मजाक किया था। मेरी 10वीं की मार्कशीट खो चुकी है। अब तो मुझे साल भी याद नहीं है।

मजाकिया पोस्ट को असली समझ शेयर करने वाले फेसबुक पेज WeGarhwali को हमने स्कैन किया। 28 मार्च 2014 को बने इस पेज को 51 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: उत्तराखंड के चमोली निवासी उमेश ने मार्कशीट और एक अन्य फोटो अपलोड करके मजाक में 26 बार 10वीं फेल होने की बात लिखी थी। इसे यूजर्स असली समझकर शेयर कर रहे हैं। 26 बार 10वीं में फेल होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।

  • Claim Review : हाईस्कूल में लगातार 26वीं बार फेल होने पर गांव वालों ने फूल—मालाओं से सम्मानित किया।
  • Claimed By : FB User- WeGarhwali
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