Fact Check: प्रयागराज में पाकिस्तानी झंडे की वजह से मस्जिद गिराए जाने का दावा फेक और मनगढ़ंत

Fact Check: प्रयागराज में पाकिस्तानी झंडे की वजह से मस्जिद गिराए जाने का दावा फेक और मनगढ़ंत

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर पर कई यूजर्स ने एक वीडियो को शेयर कर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है, जिसमें मस्जिद को गिराते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के सैदाबाद में मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा फहराए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे गिरा दिया।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के सैदाबाद का ही है, लेकिन इसे सड़क चौड़ीकरण के लिए वैध तरीके से हटाया गया था। यह घटना जनवरी 2023 की है, जिसे हाल का बताकर फेक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। प्रयागराज पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, मस्जिद कमेटी के सदस्यों और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद बनी सहमति के बाद ही मस्जिद को हटाया गया।

साथ ही मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा लगाए जाने का दावा भी गलत है। मस्जिद पर नजर आ रहा झंडा इस्लामिक झंडा है।

क्या है वायरल?

विश्वास न्यूज के Whatsapp टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

विश्वास न्यूज के टिपलाइन पर भेजा गया वीडियो।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

फेसबुक यूजर्स द्वारा साझा किया गया वायरल वीडियो।

पड़ताल

न्यूज सर्च में हमें ऐसी कई पुरानी रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है। जागरण की 18 अगस्त 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, सड़क चौड़ीकरण में बाधक शाही मस्जिद सैदाबाद को हटाने के खिलाफ याचिका के खारिज होने के बाद इस मस्जिद को हटाए जाने का रास्ता साफ हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, “हाईकोर्ट ने सरकारी जमीन पर स्थित शाही मस्जिद सैदाबाद सड़क चौड़ीकरण में बाधक होने से हटाने के मामले में हस्तक्षेप से इन्कार कर दिया है। आजादी के पहले से मस्जिद होने की रिपोर्ट को डाटा बेस न होकर बयान आधारित होने के कारण स्वीकार करने से मना कर दिया।”

18 अगस्त 2022 को जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट।

लाइव हिंदुस्तान डॉटकॉम की नौ जनवरी की रिपोर्ट के मुताबिक, “सैदाबाद बाजार में सड़क चौड़ीकरण अभियान के तहत ऐतिहासिक शाही मस्जिद को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया गया। मस्जिद को गिराते समय बड़ी संख्या में पुलिस बल और ग्रामीण मौजूद रहे।” इस रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर वायरल वीडियो के फ्रेम से मेल खाती है। कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इस घटना का जिक्र है।

कई अन्य ट्विटर यूजर ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया था, जिस पर प्रयागराज पुलिस कमिश्नरी ने जवाब देते हुए स्थिति को स्पष्ट किया था।

16 जनवरी को पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, “लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रयागराज-हंडिया मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। थानाक्षेत्र हंडिया के कस्बा सैदाबाद में निर्मित शाही मस्जिद सड़क चौड़ीकरण के मार्ग में स्थित थी। मस्जिद कमेटी के सदस्यों द्वारा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ हुई वार्ता के पश्चात बनी आम सहमति से दिनांक 09.01.2023 को मस्जिद को हटाया गया। स्थिति पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है। कृपया सोशल मीडिया पर अपुष्ट एवं भ्रामक सूचना का प्रसार न करें।”

वायरल पोस्ट में यह दावा किया गया है कि मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा लहरा रहा था, जिसके बाद इसे गिराने की कार्रवाई की गई। हमने अपनी जांच में पाया कि मस्जिद पर लहरा रहा झंडा पाकिस्तान का नहीं, बल्कि इस्लामिक झंडा था। नीचे दर्शाए गए कोलाज में इसे साफ और स्पष्ट देखा जा सकता है।

इससे पहले भी कई बार इस्लामिक झंडे को पाकिस्तान का झंडा बताकर कई पोस्ट को वायरल किया जा चुका है। हाल ही में कर्नाटक के चुनावी नतीजों के बाद यह दावा किया गया था कि कांग्रेस की जीत के बाद भटकल में पाकिस्तान का झंडा लहराया गया था, जो वास्तव में इस्लामी झंडा था। इससे संबंधित विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।

विस्तृत जानकारी के लिए हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के प्रयागराज के संपादकीय प्रभारी राकेश पांडेय से संपर्क किया। उन्होंने बताया, “यह पुरानी घटना का वीडियो है और जिस जमीन पर मस्जिद बनी थी, वह सरकारी जमीन थी और इसे वैध कानूनी प्रक्रिया के तहत ही हटाया गया।” उन्होंने कहा कि मस्जिद पर पाकिस्तान का झंडा लहराए जाने का दावा गलत और मनगढ़ंत है।

राकेश पांडेय ने विश्वास न्यूज के साथ इस जगह की हालिया तस्वीर को भी साझा किया, जिसमें चौड़ी सड़क और हटाई गई मस्जिद के बाद बचे हिस्से को देखा जा सकता है।

क्रेडिट – जागरण के क्षेत्रीय प्रतिनिधि संजीव त्रिपाठी

सोशल मीडिया पर यह वीडियो पहले भी समान दावे के साथ वायरल हो चुका है, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के सैदाबाद में पाकिस्तान का झंडा लहराए जाने की वजह से मस्जिद को गिराए जाने का दावा गलत है। वायरल वीडियो जनवरी 2023 की घटना का है, जब कानूनी और वैध तरीके से सड़क चौड़ीकरण के लिए मस्जिद को हटाया गया था।

False
Symbols that define nature of fake news
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