विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही पोस्ट फर्जी है। अनानास के गर्म पानी से कैंसर के ठीक हो जाने का कोई भी वैज्ञानिक सबूत मौजूद नहीं है। वहीं, वायरल पोस्ट में जिन प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक का जिक्र किया है, उनके बारे में हमें कोई जानकारी इंटरनेट पर नहीं मिली।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक बार फिर से वायरल हो रही एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अनानास के गर्म पानी के सेवन से कैंसर ठीक हो जाता है। शेयर की जा रही इस पोस्ट में आईसीबीएस जनरल हॉस्पिटल के कथित प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक का नाम लिखा हुआ है और उन्हीं के हवाले से इस जानकारी को फैलाया जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही पोस्ट फर्जी है। अनानास के गर्म पानी से कैंसर के ठीक हो जाने का कोई भी वैज्ञानिक सबूत मौजूद नहीं है। वहीं, वायरल पोस्ट में जिन प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक का जिक्र किया है, उनके बारे में हमें कोई जानकारी इंटरनेट पर नहीं मिली।
फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”कैंसर हार गया था अनानास का गर्म पानी कृपया इस जानकारी को सभी ग्रुप में फैलाएं !! आईसीबीएस जनरल हॉस्पिटल के प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक ने जोर देकर कहा कि कम से कम एक जान बचाई जा सकती है यदि बुलेटिन प्राप्त करने वाले प्रत्येक व्यक्ति ने दूसरों को दस प्रतियां दी हों। मैंने अपना थोड़ा सा किया, आशा है आप भी कर सकते हैं.. धन्यवाद! अनानास का गर्म पानी बचाएगा आपकी जान गर्म अनानास कैंसर कोशिकाओं को मारता है। अनन्नास के 2 से 3 टुकड़े एक प्याले में पीसकर उसमें गर्म पानी डाल दीजिए, वह “खारा पानी” बन जाएगा, इसे आप रोजाना पिएं तो सबके लिए अच्छा है। गर्म अनानास कैंसर रोधी पदार्थ छोड़ता है, प्रभावी कैंसर उपचार के लिए दवा में नवीनतम प्रगति। अनन्नास के गर्म फल में सिस्ट और ट्यूमर को मारने का प्रभाव होता है। यह सभी प्रकार के कैंसर को ठीक करने में सिद्ध हो चुका है। गर्म अनानास का पानी एलर्जी/एलर्जी के कारण शरीर से सभी कीटाणुओं और विषाक्त पदार्थों को निकाल देता है। अनानास के रस से बनी दवा केवल हिंसक कोशिकाओं को नष्ट करती है और स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित नहीं करती है। इसके अलावा, अनानास के रस में अमीनो एसिड और अनानास पॉलीफेनोल्स उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हैं, आंतरिक रक्त वाहिकाओं की रुकावट को रोक सकते हैं, रक्त परिसंचरण में सुधार कर सकते हैं और रक्त के थक्के को कम कर सकते हैं। पढ़ने के बाद दूसरों, परिवार, दोस्तों को बताएं, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इस मैसेज को कम से कम पांच ग्रुप में भेजें कुछ नहीं भेजेंगे *लेकिन मुझे उम्मीद है कि आप इसे जरूर भेजेंगे।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च किया। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, अनानास खाने के कई फायदे होते हैं। हालांकि, इससे कैंसर ठीक हो जाने का कोई भी प्रमाण मौजूद नहीं है।
सर्च में हमें वीओआई नाम की वेबसाइट पर भी इस सन्दर्भ में 3 अगस्त 2021 को पब्लिश हुआ एक आर्टिकल मिला। यहां बताया गया, “सिलोम हॉस्पिटल्स सेमांगी के क्लिनिकल न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट डॉ. इंगे परमाधी ने कहा कि यह जानकारी सच नहीं है, क्योंकि केवल अनानास या अन्य खाद्य पदार्थों के सेवन से रोग और कैंसर कोशिकाएं ठीक नहीं हो सकती हैं। वहीं, न्यूट्रिशनिस्ट लुसियाना बी. सुतांटो का कहना है कि कैंसर पर अनानास के पानी के प्रभाव का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।”
वहीं, वीओआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, “इंडोनेशियाई न्यूट्रिशनिस्ट एसोसिएशन (पर्सागी) के वैज्ञानिक प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. मारुदुत सिटोम्पुल ने कहा कि अनानास का पीएच लगभग 4 होता है और यह अम्लीय होता है। यदि अनानास को पानी में भिगोकर फर्मेंटेंड किया जाए, तो लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया इसमें प्रवेश कर जाएगा और इसे अधिक अम्लीय या एसिडिक बना देगा।”
वायरल पोस्ट में आईसीबीएस जनरल हॉस्पिटल के प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक का हवाला दिया गया है, अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने उनके बारे में सर्च किया। हालां,कि हमें उनसे जुड़ी कोई भी जानकारी हासिल नहीं हुई।
वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के हेड डॉ. मनोज पांडे से संपर्क साधा और उन्होंने इस बारे में बताया, अनानास वाले गर्म पानी से कैंसर ठीक होने का मैसेज अफवाह है। ऐसी नुस्खे मरीजों को नहीं अपनाने चाहिए।
यह फर्जी पोस्ट इससे पहले भी वायरल हो चुकी है और उस वक्त हमने राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में कार्यरत कैंसर विशेषज्ञ डॉ. संदीप पुरोहित से बात की और उनके साथ वायरल मैसेज को शेयर किया। उनका कहना है, ‘अनानास वाले गर्म पानी से कैंसर सेल्स नहीं मरते हैं। साथ ही कोई भी फल, जिसमें विटामिन सी होता है, एक एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो अनहेल्दी भोजन और जीवनशैली के कारण उत्पन्न हानिकारक ऑक्सीडेंट को बेअसर करने में मदद कर सकता है, लेकिन यह कैंसर कोशिकाओं को नहीं मारता है।‘
अब बारी थी फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यूजर फेसबुक पर काफी एक्टिव रहते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल की जा रही पोस्ट फर्जी है। अनानास के गर्म पानी से कैंसर के ठीक हो जाने का कोई भी वैज्ञानिक सबूत मौजूद नहीं है। वहीं, वायरल पोस्ट में जिन प्रोफेसर डॉ. गिल्बर्ट ए. क्वोक का जिक्र किया है, उनके बारे में हमें कोई जानकारी इंटरनेट पर नहीं मिली।
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