Fact Check: गर्म पानी में नमक या विनेगर डालकर गरारा करने से नहीं ठीक होता है कोरोना का संक्रमण, फर्जी पोस्ट हो रही वायरल

गर्म पानी में नमक या विनेगर डालकर गरारा करने से कोरोना वायरस से संक्रमण मुक्ति के दावे के साथ वायरल हो रहा वायरल पोस्ट गलत है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच सोशल मीडिया पर इसके उपचार को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही है। वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस किसी व्यक्ति के गले में चार दिनों तक रहता है और इस दौरान यदि कोई व्यक्ति गर्म पानी में नमक या विनेगर डालकर उसका सेवन करे, तो वह इस वायरस से मुक्त हो सकता है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ। डॉक्टर्स के मुताबिक गरम पानी की मदद से गले को साफ जरूर किया जा सकता है लेकिन यह निश्चित तौर पर कोरोना वायरस से हुए संक्रमण का इलाज नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Karnal News headlines’ ने इंफ्रोग्राफिक्स को शेयर करते हुए लिखा है, ‘कोरोना वायरस फेफड़ों में पहुंचने से पहले वह गले में 4 दिन तक रहता है। उसी दरम्यान व्यक्ति के गले में दर्द एवं कफ की शिकायत रहती है। यदि आप खूब पानी पियो और गर्म पानी में नमक अथवा वेनिगर डालकर गरारे करो तो वायरस खत्म हो जाता है। यह जानकारी सभी तक पहुंचाएं, क्योंकि आप किसी की जान बचा सकते हैं, इस जानकारी को देकर। जनहित में जारी।’

फेसबुक पर वायरल हो रही फर्जी पोस्ट

पड़ताल किए जाने तक इस पोस्ट को 600 से अधिक यूजर शेयर कर चुके हैं। कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

( वायरल फेसबुक पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।)

पड़ताल

वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कोरोना वायरस गले में चार दिनों तक जिंदा रहता है। इस बारे में जब हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट को देखा तो पता चला कि इस वायरस के जिंदा रहने की अवधि 1-14 दिन तक है। अधिकांश मामलों में यह अवधि करीब पांच दिनों की है।

WHO की एक और रिपोर्ट के मुताबिक खाड़े पानी से नाक को बार-बार साफ करने से इस वायरस से बचाव का दावा गलत है। हालांकि, ऐसा करना सर्दी और जुकाम से राहत दे सकता है और इसके भी सीमित साक्ष्य है। लेकिन यह कोरोना वायरस को ठीक कर सकता, कहना गलत है।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक फिलहाल कोरोना वायरस के इलाज के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।

विश्वास न्यूज ने इसे लेकर आयुष मंत्रालय के फॉर्मेकोविजिलेंस ऑफिसर डॉ. विमल एन से बात की। उन्होंने कहा, ‘यह कोरोना वायरस से संक्रमण का इलाज नहीं है। इस बात के भी कम सबूत है कि गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारा करने से सर्दी में राहत मिलती है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इससे कोरोना वायरस का इलाज किया जा सकता है।’

वायरल पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘Karnal News headlines’ को करीब 17 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: गर्म पानी में नमक या विनेगर डालकर गरारा करने से कोरोना वायरस से संक्रमण मुक्ति के दावे के साथ वायरल हो रहा वायरल पोस्ट गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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