नई दिल्ली( विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर कैडबरी के वेबसाइट का एक स्क्रीनशॉट खूब शेयर किया जा रहा है। जिसमें ये दावा किया गया है कि कैडबरी ‘हलाल’ प्रमाणित है और इसमें बीफ है। विश्वास न्यूज ने वायरल हो रहे पोस्ट की पड़ताल की और पाया कि भारत में बिकने वाले कैडबरी के प्रोडक्ट्स में बीफ होने का दावा फर्जी है।
दि लॉस्ट हिंदू नाम के फेसबुक यूजर ने 18 जुलाई 2021 को Cadbury.com.au वेबसाइट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘अगर आप हिंदू हैं और आपको कैडबरी चॉकलेट पसंद है तो यह आपके लिए है। ये **** इन चॉकलेट में हलाल प्रमाणित जिलेटिन का उपयोग कर रहे हैं जो बीफ़ से निकाला जाता है।’ इस यूजर ने कैडबरी के वेबसाइट का जो स्क्रीन शॉट शेयर किया है उसमें लिखा है कि ‘कृपया ध्यान दें, यदि हमारे किसी भी प्रोडक्ट के सामग्री में जिलेटिन होता है, हम जिस जिलेटिन का उपयोग करते हैं वह हलाल प्रमाणित होता है और बीफ़ से प्राप्त होता है।’
कई दूसरे फेसबुक यूजर्स ने भी पोस्ट के साथ यही स्क्रीनशॉट शेयर किया है कि भारत में बिकने वाले कैडबरी के उत्पादों में बीफ है। कई यूजर कैडबरी के चॉक्लेट्स का बहिष्कार करने का भी आह्वान कर रहे हैं।
वायरल पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां मौजूद है।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल पोस्ट में किये जा रहे दावे को लेकर अपनी जांच शुरु की। हमने देखा कि वायरल स्क्रीनशॉट में डोमेन नाम ‘.com.au’ लिखा है। हमने अनुमान लगाया कि ये ऑस्ट्रेलिया का होना चाहिए। फिर हमने कैडबरी वेबसाइट के ऑस्ट्रेलियाई एडिशन को सर्च किया तो पाया कि भारत में शेयर किया जा रहा है स्क्रीनशॉट इसी वेबसाइट से लिया गया है जिसका लिंक यहां मौजूद है।
इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड्स टाईप किया। तो हमें कैडबरी डेयरी मिल्क का ट्वीट मिला। इन ट्वीट के जरिये कैडबरी ने भारत में बिकने वाले अपने चॉकलेट्स में बीफ होने की बात का खंडन किया है।
कैडबरी डेयरी मिल्क के मुताबिक भारत में निर्मित और बेचे जाने वाले सभी उत्पाद 100% शाकाहारी हैं। चॉकलेट के रैपर पर हरे रंग की बिंदी इसका संकेत देती है। और स्क्रीनशॉट में जो बातें कही गई है वो भारत में निर्मित मोंडेलेज उत्पादों से संबंधित नहीं है। भारत में उत्पादित और बेचे जाने वाले सभी उत्पाद 100% शाकाहारी हैं।
कैडबरी का एक ट्वीट जो वायरल स्क्रीनशॉट के जवाब में था, उसमें लिखा है कि “ इस तरह की नकारात्मक पोस्ट, हमारे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय ब्रांडों में उपभोक्ताओं के विश्वास को नुकसान पहुंचाती हैं। हम उपभोक्ताओं से अनुरोध करते हैं कि कृपया हमारे उत्पादों से संबंधित तथ्यों को आगे साझा करने से पहले उसकी प्रमाणिकता की जांच कर लें। जब हमने कैडबरी की स्वामित्व मोंडलेज इंटरनेशनल से इन वायरल मैसेज को लेकर स्पष्टीकरण मांगा तो हमें बताया गया कि ट्वीटर के माध्यम से कैडबरी से अपना पक्ष रखा है। इस ट्वीट में यह स्पष्ट किया गया है कि सोशल मीडिया में साझा किया गया स्क्रीनशॉट भारत में निर्मित मोंडेलेज / कैडबरी उत्पादों से संबंधित नहीं है। भारत में बनने और बिकने वाले सभी प्रोडक्ट्स शाकाहारी है। रैपर पर ग्रीन डॉट्स इसकी पहचान है।आपको बता दें अमेरिकी कंपनी मोंडेलेज ने कैडबरी का अधिग्रहण कर लिया था।
हमने फेसबुक यूजर शीरम शॉ के प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि वे पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में शिक्षक हैं।
विश्वास न्यूज की टीम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि सोशल मीडिया में वायरल किया जा रहा पोस्ट कि भारत में बिकने वाले कैडबरी के चॉकलेट् में बीफ है फेक निकला।
(With support from Manish Kumar)
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