Fact Check: भारत में नए प्रकार का कोरोना वायरस संक्रमण नहीं फैल रहा है, फेक पोस्ट वायरल

भारत में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस संक्रमण ग्लेड A13- i के प्रसार का दावा करने वाला पोस्ट फर्जी है।

नई दिल्‍ली विश्‍वास न्‍यूज। सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस संक्रमण क्लेड A13-i के खिलाफ चेतावनी जारी की है। विश्वास न्यूज़ को यह पोस्ट सबसे पहले हेलो ऐप पर दिखा। जब हमने फेसबुक पर सर्च किया, तो हमें एक पेज नम्मा कुमारपालयम पर भी यह पोस्ट मिला। वॉट्सऐप पर भी कई लोग क्लेड A13-i  नाम के वायरस के तमिलनाडु में तेजी से फैलने का दावा कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ की जांच में यह दावा फर्जी निकला।

क्या हो रहा है वायरल?

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नए प्रकार के कोरोना वायरस संक्रमण पर अलर्ट जारी किया है और कहा है कि क्लेड A13-i  नाम का वायरस भारत में फैल रहा है। पोस्ट में दावा किया गया है कि नए प्रकार का यह वायरस महाराष्ट्र से फैलना शुरू हुआ है, जहां 41 फीसदी संक्रमितों की मृत्यु हो गई है।

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां है।

पड़ताल

जांच करने पर हमने पाया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए प्रकार के कोरोना वायरस संक्रमण
क्लेड  के बारे में कोई चेतावनी जारी नहीं की है।

हमने पहले इंटरनेट पर खोजा कि क्या उत्परिवर्तित कोरोना वायरस क्लेड ए 13-आई मौजूद है। हमें किसी भी ऑथेंटिक वेबसाइट पर ऐसे किसी वायरस का कोई उल्लेख नहीं मिला।

इसके बाद हमने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, डॉ. हर्षवर्धन से संपर्क साधा। उन्होंने हमें डॉ. रजनी कांत, वैज्ञानिक और निदेशक, भारतीय प्रबंधन अनुसंधान परिषद, अनुसंधान प्रबंधन, नीति, योजना और समन्वय (RMPPC) का कॉन्टैक्ट दिया।

डॉ रजनी कांत ने हमें ईमेल पर जवाब दिया, “ICMR ने ऐसी कोई चेतावनी जारी नहीं की है। सभी ICMR सलाह/दिशानिर्देश ICMR वेबसाइट पर अपलोड किए जाते हैं।”

जब हमने क्लेड ए 13-आई कोरोना वायरस वायरस के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने पुष्टि की कि अभी तक इसके बारे में कुछ भी नहीं सुना था।

हमने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव आर.वी.अशोकन से इस भी इस पोस्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया, “यह पोस्ट गलत है।”

इसके बाद हमने क्लैड A13-I के बारे में ढूंढ़ने की कोशिश की। हमें क्लैड A13-I नाम का तो कोई वायरस नहीं मिला, मगर हमने पाया कि हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने क्लैड A3 i पर एक शोध प्रकाशित किया था।

काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) – सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के वैज्ञानिकों ने भारत के लिए SARS-CoV-2 जीनोम के एक अलग फाइटोलैनेटिक क्लस्टर (क्लैड I / A3i) की पहचान की थी।

CCMB के एक ट्वीट में कहा गया है, “भारत में फैले SARS-CoV2 के जीनोम विश्लेषण पर यह एक ताजा रिसर्च है। परिणाम बताते हैं कि वायरस की आबादी का एक अलग समूह भारत में प्रचलित है – जिसे क्लेड ए 3 आई कहा जाता है। हालांकि, CCMB ने यह भी स्पष्ट किया है कि “हमारे पास अभी तक यह कहने के लिए कोई डेटा नहीं है कि भारतीयों में नई वायरस आबादी (क्लेड ए 3 आई) अन्य वायरस आबादी (क्लैड ए 2 ए) की तुलना में कम या ज्यादा खतरनाक है।”

इस स्टोरी को तमिल और इंग्लिश में यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: भारत में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस संक्रमण ग्लेड A13- i के प्रसार का दावा करने वाला पोस्ट फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट