Fact Check: अप्रैल में लगा था मोदी के ‘सर्वाधिक लोकप्रिय’ नेता होने का पोस्टर, G-20 से जोड़कर किया जा रहा दुष्प्रचार

अप्रैल महीन में 'मॉर्निंग कंसल्ट' के सर्वे के आंकड़ों के आधार पर नई दिल्ली में अन्य वैश्विक नेताओं के मुकाबले पीएम मोदी के सर्वाधिक लोकप्रिय होने के पोस्टर लगाए गए थे और इसी पोस्टर की तस्वीर को जी-20 बैठक से पहले वैश्विक राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत में लगाए गए पोस्टर के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: अप्रैल में लगा था मोदी के ‘सर्वाधिक लोकप्रिय’ नेता होने का पोस्टर, G-20 से जोड़कर किया जा रहा दुष्प्रचार

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। नई दिल्ली में आयोजित हो रहे जी-20 की बैठक के संदर्भ में सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह दुनिया के अलग-अलग देशों के राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत में लगाई गई तस्वीर है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अन्य वैश्विक नेताओं की तुलना में ज्यादा लोकप्रिय दिखाया गया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। जी-20 की मेजबानी कर रहे भारत आए राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत में ऐसा कोई पोस्टर नहीं लगाया गया है और इस दावे के साथ वायरल तस्वीर वास्तव में अप्रैल 2023 की है, जिसे हाल का बताकर गलत दावे के साथ दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Sheikh Naseer’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “What a unique way of welcoming guests of #G20Bharat . #G20Delhi.”

सोशल मीडिया पर फेक दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर।

कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है । रोहिणी सिंह समेत कई अन्य वेरिफाइड प्रोफाइल ने भी इस तस्वीर को फेक दावे के साथ शेयर किया था। हालांकि, सिंह ने इस पोस्ट को बाद में डिलीट कर दिया।

पड़ताल

वायरल तस्वीर को लेकर दावा किया गया है कि नई दिल्ली में आयोजित हो रहे जी-20 की बैठक से पहले राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत में लगाया गया पोस्टर है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अन्य वैश्विक नेताओं के मुकाबले ज्यादा लोकप्रिय दिखाया गया है।

वायरल तस्वीर के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर पांच सितंबर 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली।

पांच सितंबर 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी तस्वीर, जिसे फाइल इमेज के तौर पर लगाया गया है।

रिपोर्ट में इस तस्वीर को बतौर फाइल इमेज लगाया गया है और इसके साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह छह अप्रैल 2023 की तस्वीर है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अन्य वैश्विक नेताओं के मुकाबले ज्यादा लोकप्रिय दिखाया गया है। तस्वीर की क्रेडिट लाइन में न्यूज एजेंसी एपी का जिक्र है।

यहां से मिली जानकारी के आधार पर की-वर्ड सर्च में csmonitor.com की वेबसाइट पर छह अप्रैल 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल समान क्रेडिट लाइन के साथ किया गया है।

csmonitor.com की वेबसाइट पर छह अप्रैल 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी तस्वीर और इसी पुरानी तस्वीर को जी-20 बैठक से पहले दिल्ली में लगाई गई तस्वीर के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

तस्वीर में किसी सर्वे के हवाले से पीएम मोदी की लोकप्रियता के आंकड़ों को दिखाया गया है। न्यूज सर्च में हमें अप्रैल 2023 में प्रकाशित कई रिपोर्ट्स का लिंक मिला, जिसमें इसका जिक्र है।

इंडिया टुडे की तीन अप्रैल 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, 76 फीसदी की अप्रूवल रेटिंग के साथ पीएम मोदी एक बार फिर से दुनिया के ‘सर्वाधिक लोकप्रिय’ नेता का खिताब हासिल करने में सफल रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ की तरफ से जारी सर्वे के नतीजों के मुताबिक, पीएम मोदी लोकप्रियता के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और ब्रिटेन के राष्ट्रपति ऋषि सुनक से भी आगे रहे हैं। एक्स पर ‘मार्निंग कंसल्ट’ के इस सर्वे के आंकड़ों को देखा जा सकता है, जो तीन अप्रैल को जारी किया गया है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि अप्रैल 2023 के एक सर्वे के नतीजों के आधार पर लोकप्रियता के मामले में नरेंद्र मोदी के शीर्ष पर रहने संबंधी तस्वीर को जी-20 की मेजबानी के दौरान दिल्ली की सड़कों पर लगाई गई तस्वीर के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। वायरल तस्वीर को लेकर हमने जी-20 को कवर करने वाले टीवी पत्रकार अभिषेक उपाध्याय से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “जी-20 की बैठक से पहले नई दिल्ली में ऐसा कोई पोस्टर नहीं लगाया गया है।”

गौरतलब है कि नई दिल्ली में आज से जी-20 की बैठक की शुरुआत हुई है और पहले सत्र के दौरान इस समूह में अफ्रीकी यूनियन को शामिल कर लिया गया है।

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को एक्स पर करीब दो हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: अप्रैल महीन में ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ के सर्वे के आंकड़ों के आधार पर नई दिल्ली में अन्य वैश्विक नेताओं के मुकाबले पीएम मोदी के ‘सर्वाधिक लोकप्रिय’ होने के पोस्टर लगाए गए थे और इसी पोस्टर की तस्वीर को जी-20 बैठक से पहले वैश्विक राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत में लगाए गए पोस्टर के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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