Fact Check: दिवाली से पहले पीएम मोदी के नाम से विदेशी सामान के बहिष्कार का फर्जी मैसेज वायरल

पीएम मोदी ने कभी किसी देश के सामान के बहिष्कार की बात नहीं की है। उनके नाम से सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज गलत है।

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। दिवाली से पहले सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के नाम से एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें पीएम मोदी की तस्वीर लगी हुई है और दावा किया जा रहा है कि उन्होंने विदेश में बने सामान के बहिष्कार की अपील की है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि पीएम मोदी ने चीन या किसी अन्य देश के सामान के बहिष्कार की अपील नहीं की है। हालांकि, उन्होंने मन की बात में ‘लोकल फॉर वोकल’ के तहत स्वदेशी अपनाने की बात जरूर की है, लेकिन किसी भी देश के सामान के बहिष्कार की बात नहीं की है।        

क्या है वायरल पोस्ट

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

फेसबुक यूजर ‘शामजी छभडिया‘ (आर्काइव लिंक) ने 30 अक्टूबर को इस मैसेज को पोस्ट किया। इसमें लिखा है, “प्रिय साथियों आपका प्रधानमंत्री कुछ कह रहा है. कल यदि भारत पर चीन का कब्ज़ा हो गया तो उसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार होंगे। अंग्रेजो ने भी भारत में व्यापर करके ही हमें गुलाम बनाया था। तब हम अनपढ् थे लेकिन आज समझदार है। स्वदेशी अपनाए देश बचाऐ अगर सभी भारतीय 90 दिन तक कोई भी विदेशी सामान नहीं ख़रीदे तो भारत दुनिया का दूसरा सबसे अमीर देश बन सकता है सिर्फ 90 दिन में ही भारत के 2 रुपये 1 डॉलर के बराबर हो जायेंगे हम जोक्स फॉरवर्ड करते ये मेसेज फोरवर्ड करो तो एक आंदोलन बन जाऐ पिछले साल दिवाली पर 1 अभियान के तहत लोगो ने चीनी लाइट नहीं खरीदी तो चीन का 20% सामान बर्बाद हो गया एवं चीन बोखला गया था फर्क पड़ता है साहब हमारा देश बहुत बड़ा है। कर के देखो एच लगता है। भारतवासियों जागो! चेतावनी आज चीनी सामान पर मेड इन चाइना नहीं लिखा है। अब लिखा है PRC पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना लोगों को संदेश दे कि वे चीन बनी चीजें न खरीदें। आपको यह संदेश 3 लोगों को भेजना चाहिए। तो पूरा देश जुड़ जाएगा….”

पड़ताल

सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के नाम से शेयर किए जा रहे मैसेज की जांच के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर ओपन सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे पता चल सके कि पीएम मोदी ने चीनी सामान के बहिष्कार की अपील की है।    

सर्च में हमें फेसबुक पर 18 जून 2020 को यह पोस्ट (आर्काइव लिंक) मिली। मतलब यह पहले भी शेयर की जा चुकी है।

न्यूज 18 की वेबसाइट पर 1 नवंबर 2021 को छपी खबर में लिखा है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग को बढ़ावा देने और लोकल फॉर वोकल होने की अपील करते रहते हैं। पीएम मोदी ने हाल ही में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में दिवाली पर स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की बात फिर से की। हालांकि, प्रधानमंत्री और कई सेंटर मिनिस्टर साफ कर चुके हैं कि लोकल  फॉर वोकल की बात किसी देश के खिलाफ नहीं है।”

साल 2016 से सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के नाम से फर्जी पत्र कई बार वायरल हो चुका है। इसमें भी दावा किया गया कि पीएम मोदी ने पत्र लिखकर देशवासियों से भारत में बना सामान खरीदने को कहा है। इसको लेकर 31 अगस्त 2016 को पीएमओ की आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट कर उस लेटर को फेक बताया था। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला था कि पीएम मोदी ने ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया है।    

इस बारे में पीएमओ कवर करने वाले दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो के हेड आशुतोष झा का कहना है, “पीएम मोदी ने कभी विदेशी सामान के बहिष्कार की बात नहीं की है। वह स्वदेशी को बढ़ावा तो देते हैं, लेकिन चीन या अन्य किसी देश के सामान के बहिष्कार के बारे में कोई बयान नहीं दिया।

हाल ही में गृह मंत्रालय के नाम से एक मैसेज वायरल हुआ था। उसमें गृह मंत्रालय के कथित वरिष्ठ जांच अधिकारी विश्‍वजीत मुखर्जी के हवाले से चीनी सामान का बहिष्कार करने को कहा गया था। विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वह मैसेज भी फर्जी निकला था।

अंत में हमने भ्रामक दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर यूगांडा में रहते हैं और वह एक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: पीएम मोदी ने कभी किसी देश के सामान के बहिष्कार की बात नहीं की है। उनके नाम से सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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