Fact Check : गुरुद्वारे के प्रवेश द्वार पर हाथ धोते हुए पीएम मोदी की तस्वीर को गलत संदर्भ में किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज़ कि जांच में पीएम मोदी को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल तस्वीर गुरुद्वारे के बाहर प्रवेश द्वार पर हाथ धोते हुए की है, न कि शौचालय की। तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर तेज़ी से वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर में उन्हें हाथ धोते हुए देखा जा सकता है। अब सोशल मीडिया यूज़र्स इस तस्वीर को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी की यह तस्वीर एक शौचालय के अंदर ली गई है। कई यूजर्स इस दावे को सच मानते हुए तस्वीर को वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने विस्तार से दावे की जांच की और वायरल दावे को फर्जी पाया। वायरल तस्वीर गुरुद्वारे के बाहर आम जनता के हाथ धोने के लिए लगे वॉश बेसिन की है, न कि शौचालय की।  

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर सूबेसिंह राणार ने 18 अक्टूबर 2022 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “हद है यार संडास में भी कैमेरा ,वहां पर भी कैमरा ही लेकर गये होंगे…. जशोदाबेन नाराज़ हो गई थी , पिटने वाली थी , तो भाग खड़े हुए। ”

वायरल पोस्ट के क्लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें freepressjournal.in की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर में वायरल तस्वीर मिली। 20 दिसंबर 2020 को प्रकाशित खबर के अनुसार, ‘ वायरल तस्वीर तब की है, जब पीएम मोदी नई दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब पहुंचे थे। इस दिन सिखों के गुरु तेग बहादुर का 400वां प्रकाश पर्व था। वायरल तस्वीर उसी दौरान की है। खबर में वायरल तस्वीर के साथ और भी कई तस्वीरें देखी जा सकती है।


सर्च के दौरान हमें यह तस्वीर Shutterstock की वेबसाइट पर भी 20 दिसंबर 2020 को मिली। दी गई जानकारी के अनुसार, वायरल तस्वीर नई दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब की है।


पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीरों को शेयर किया गया था। 20 दिसंबर 2020 को शेयर की गई इन तस्वीरों को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल में आगे हमने रकाबगंज गुरुद्वारा को लेकर सर्च किया। हमें इस गुरुद्वारे की ऐसी कई तस्वीरें और वीडियो मिले, जिनमें वायरल फोटो में नजर आ रहा वॉश बेसिन और सीढ़ियों वाला हिस्सा देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने रकाबगंज गुरुद्वारा में संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि टॉयलेट में कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं है।

पड़ताल के अंत में हमने तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर उत्तर प्रदेश के बड़ौत का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर को 790 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ कि जांच में पीएम मोदी को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला। वायरल तस्वीर गुरुद्वारे के बाहर प्रवेश द्वार पर हाथ धोते हुए की है, न कि शौचालय की। तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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