Fact Check : कश्‍मीर के वरिष्‍ठ पत्रकार की तस्‍वीर रवीश कुमार के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में रवीश कुमार के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। तस्‍वीर में फयाज बुखारी हैं।

विश्‍वास न्‍यूज (नई‍ दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार के नाम से चैनल के ही पूर्व पत्रकार फयाज बुखारी की एक तस्‍वीर फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही है। इसमें व्‍यंगात्मक तरीके से लिखा गया है कि दानिश सिद्दीकी के साथ अफगानिस्‍तान में क्‍या हुआ है, यह जानने के लिए रवीश कुमार को भेजना चाहिए। साथ में एक पत्रकार को जमीन पर लेटे हुए दिखाया गया है। यूजर्स इसे ही रवीश कुमार बता रहे हैं। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। दरअसल तस्‍वीर में दिख रहे पत्रकार का नाम फयाज बुखारी है। यह तस्‍वीर 2006 की है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज ‘India272+’ ने 22 जुलाई को एक पोस्‍ट को अपलोड करते हुए लिखा कि दानिश सिद्दीकी के साथ क्या हुआ था। ये जानने के लिए खतरों से खेलने वाले पत्रकार को अफगानिस्तान भेजना चाहिए।

पोस्‍ट में दानिश की तस्‍वीर के अलावा एक अन्‍य पत्रकार की भी तस्‍वीर बनी हुई है, जो कि जमीन पर लेट कर रिर्पोटिंग करते दिख रहे हैं। टैंपलेट में इसे रवीश कुमार बताते हुए लिखा गया : ‘दानिश सिद्दीकी के साथ क्या हुआ था। ये जानने के लिए रवीश कुमार को अफगानिस्तान भेजना चाहिए। क्‍योंकि खतरों से खेलने वाला अकेला यही पत्रकार है।’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

यह पोस्‍ट हमें सोशल तमाशा नाम के एक फेसबुक पेज पर भी मिली। यहीं से यह हर जगह वायरल हुई।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की पड़ताल गूगल रिवर्स इमेज टूल से की। वायरल तस्‍वीर को सर्च करते हुए हम एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल पर गए। वहां हमें 27 अगस्‍त 2013 को अपलोड एक बूपर्स वीडियो (Bloopers) मिला। इसके शुरुआती हिस्‍से में हमें वही शख्‍स नजर आए, जिन्‍हें वायरल पोस्‍ट में रवीश कुमार बताया गया है।

जांच के दौरान विश्‍वास न्‍यूज की एनडीटीवी के संपादकीय टीम से बात हुई। हमें बताया गया कि वीडियो में दिख रहे शख्‍स रवीश कुमार नहीं, बल्कि जम्‍मू व कश्‍मीर के पूर्व संवाददाता फयाज बुखारी हैं।

पड़ताल को जारी रखते हुए हमने अलग-अलग संबंधित कीवर्ड के जरिए गूगल सर्च किया। हमें एनडीटीवी की साइट पर ही 21 मई 2006 को अपलोड एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि कांग्रेस रैली के दौरान हमला होने से 7 लोग मारे गए। यह खबर श्रीनगर से फयाद बुखारी ने रिपोर्ट की थी। वीडियो में आप फयाज बुखारी को जमीन पर लेटे हुए देख सकते हैं।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने सीधे फयाज बुखारी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को वॉट्सऐप पर शेयर किया। इनदिनों रॉयटर्स के साथ जुड़े फयाज ने बताया कि वायरल तस्‍वीर उन्‍हीं की है। यह 2006 की बात है।

फेसबुक पेज India272+ को 27 लाख से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इस पेज को 2 फरवरी 2013 को बनाया गया था। पेज पर हमें एक खास राजनीतिक दल के पक्ष में ज्‍यादा कंटेंट मिला।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में रवीश कुमार के नाम से वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। तस्‍वीर में फयाज बुखारी हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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