Fact Check: मणिपुर हिंसा से नहीं है बच्चे को स्तनपान कराती घायल महिला की तस्वीर का कोई संबंध

बच्चे को स्तनपान कराती चोटिल महिला की तस्वीर पुरानी है, इसका वर्तमान में जारी मणिपुर हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मणिपुर में चल रही हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रहा है, जिसमें एक घायल महिला को अपने बच्चे को स्तनपान कराते देखा जा सकता है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह मणिपुर हिंसा से जुड़ी तस्वीर है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर इंटरनेट पर 2021 से मौजूद है। इसका वर्तमान में जारी मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या है वायरल पोस्ट में?

 
ट्विटर यूजर नमस्ते भारत (आर्काइव लिंक) ने इस तस्वीर को 18 जून को शेयर करते हुए लिखा, “One of the saddest and the most painful pictures I’ve ever seen till today during the Manipur crisis. Let the peace prevail soon. #motherhood #ManipurBurning  ManipurViolence #Manipur_violence #ManipurRiots #ManipurOnFire #ManipurBurning” अनुवाद: मणिपुर संकट के दौरान मैंने आज तक जो सबसे दुखद और दर्दनाक तस्वीरें देखी हैं उनमें से एक। जल्द ही शांति कायम हो. #मातृत्व #मणिपुरबर्निंग  मणिपुरहिंसा #मणिपुर_हिंसा #मणिपुरदंगा #मणिपुरऑनफायर #मणिपुरबर्निंग

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर 30 सितम्बर 2021 को एक फेसबुक पेज पर इस दावे के साथ मिली कि यह म्यांमार की है। इस पोस्ट में दावा किया गया था कि यह म्यांमारी विद्रोह की तस्वीर है, जहाँ पीडीएफ के लोगों ने इस महिला पर हमला किया था।

हमें यह तस्वीर एक ट्विटर हैंडल पर भी 22 फरवरी 2022 को अपलोड मिली। यहाँ इस घटना के लिए म्यांमार की मिलिट्री को ज़िम्मेदार बताया गया था।

हालाँकि, हमें यही तस्वीर और भी कुछ फेसबुक पेजों पर 2021 में अपलोड मिली। कहीं इसे कम्बोडिया का बताया गया तो कहीं इसे थाईलैंड का बताया गया था।

विश्वास न्यूज़ स्वतंत्र रूप से इस तस्वीर की जगह की पुष्टि नहीं करता मगर यह बात साफ़ है कि तस्वीर इंटरनेट पर 2021 से मौजूद है।

हमने इस मामले में मणिपुर हिंसा को कवर कर रहे फ्रीलांस जर्नलिस्ट जेम्स से बात की। जेम्स ने कन्फर्म किया कि वायरल तस्वीर मणिपुर हिंसा से संबंधित नहीं है।

3 मई को मैती और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के बाद से मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक इस हिंसा के चलते 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर ज्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ी जा सकती है।

 सोशल मीडिया यूजर नमस्ते भारत की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह लखनऊ के रहने वाले हैं।

मणिपुर हिंसा से संबंधित अन्य वायरल दावों की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: बच्चे को स्तनपान कराती चोटिल महिला की तस्वीर पुरानी है, इसका वर्तमान में जारी मणिपुर हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है।

False
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