Fact Check: केरल में फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे लोगों ने इटली का नहीं, वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा पकड़ा हुआ था

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में इस वीडियो में प्रदर्शनकारियों ने इटली का नहीं, बल्कि वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा पकड़ा हुआ था।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। हमास और इजरायल के बीच चल रहे हालिया हमलों के बीच दुनिया भर में प्रदर्शन का दौर जारी है। कहीं ये प्रदर्शन इजरायल के खिलाफ हैं तो कहीं फिलिस्तीन के खिलाफ। ऐसे ही एक प्रदर्शन के वीडियो को वायरल कर दावा किया जा रहा है कि केरल में फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली आयोजित की गई जिसमें लोग फिलिस्तीन की जगह इटली के झंडे के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। पोस्ट के जरिये प्रदर्शनकारियों का मजाक बनाया जा रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में इस वीडियो में प्रदर्शनकारियों ने इटली का नहीं, बल्कि वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा पकड़ा हुआ था।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘अखलेश कड़वेकर‘ ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”शांति दूतों ने फिलिस्तीन के समर्थन में केरल में रैली निकाली…फिलिस्तीनी   झंडे के बजाय *इटली*  का झंडा हाथ में लेकर…।*मदरसे में पढ़ेंगे तो ऐसा ही होगा..*”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए हमने सबसे पहले वीडियो को ठीक से देखा। वीडियो में सामने वेलफेयर पार्टी केरल का नाम लिखा देखा जा सकता है। गूगल सर्च करने पर हमें  वेलफेयर पार्टी का झंडा मिला, जो वायरल वीडियो में दिख रहे झंडे जैसा था।

ढूंढ़ने पर हमें  वेलफेयर पार्टी केरल का फेसबुक पेज मिला। हमें इस पेज पर 17 अक्टूबर को इस प्रदर्शन से सबंधित फोटो अपलोडेड मिले। फोटो में साफ़ देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों के हाथ में वेलफेयर पार्टी केरल  का ही झंडा था।

हमें इस रैली से सम्बंधित एक खबर न्यूज़ पोर्टल मध्यमम डॉट कॉम पर भी मिली। यहाँ भी फीचर इमेज में वायरल वीडियो का एक शॉट लगा हुआ था।

इटली के झंडे, फिलिस्तीन के झंडे और वेलफेयर पार्टी केरल के झंडे में अंतर नीचे दिए गए कोलाज में देखा जा सकता है।

हमने इस विषय में वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के केरल राज्य सचिव फैज नीर्ककुन्नम से मेल के ज़रिये संपर्क साधा। उन्होंने बताया “यह कार्यक्रम वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया, केरल राज्य समिति द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में 17 अक्टूबर 2023 को कोझिकोड में आयोजित किया गया था। और पार्टी के मेंबर पार्टी का झंडा पकड़े हुए हैं जिसमें हरा सफेद और लाल रंग और गेहूं की बाली है। इस कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे दुष्प्रचार पर पार्टी के प्रदेश महासचिव ने बयान भी जारी किया है।”

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर अखलेश कड़वेकर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर ‘के 3000 से अधिक फॉलोअर्स हैं। यूजर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में इस वीडियो में प्रदर्शनकारियों ने इटली का नहीं, बल्कि वेलफेयर पार्टी केरल का झंडा पकड़ा हुआ था।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट