Fact Check: डिजिटल टूल्स की मदद से बनी जलपरी को असली समझ शेयर कर रहे हैं लोग

विश्वास न्यूज की जांच में जलपरी मिलने का दावा करने वाला वीडियो फेक साबित हुआ। वीडियो डिजिटल टूल्स की मदद से बनाया गया है।

Fact Check: डिजिटल टूल्स की मदद से बनी जलपरी को असली समझ शेयर कर रहे हैं लोग

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो  में एक मछली जैसी दिखने वाली महिला को पानी के किनारे एक चट्टान पर बैठे  देखा जा सकता है। इस पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह एक असली जलपरी है।

विश्वास न्यूज ने  इस पोस्ट की जांच की और पाया कि वायरल हो रहा वीडियो असल में डिजिटल टूल्स की मदद से बनाया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

इंस्टाग्राम यूजर ‘iam_bholenatah07_’ ने वायरल वीडियो को 13 अगस्त 2024 को शेयर किया। साथ में लिखा, “लोग कहते हैं जलपरी नहीं होती हैं तो ये देख लो होती हैं या नहीं।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल

ये वीडियो एक बार पहले भी फर्जी दावे के साथ वायरल हुआ था और उस समय भी विश्वास न्यूज ने इस पोस्ट की जांच की थी। उस समय सच्चाई जानने के लिए हमने इस वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया था और हमें यह वीडियो ‘जेजेपीडी प्रोडक्शंस’ नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला था। साथ में डिस्क्रिप्शन लिखा था, “अनुवादित: हम रहस्यों से भरी दुनिया में रहते हैं, जहाँ हम अभी भी नहीं जानते कि किस तरह के जीव मौजूद हो सकते हैं, इस बार एक झील के किनारे पर एक अजीब प्राणी फिल्माया गया था। एक तरह का समुद्री जीव, यह एक चट्टान पर बैठा था। यह जीव ह्यूमनॉइड उपस्थिति के साथ, पौराणिक सायरन की याद ताजा करती है। वे पौराणिक प्राणी जो किंवदंतियों से संबंधित हैं। कहानियों के अनुसार, इन सायरन को मानव और मछली के बीच एक संकर पहलू के साथ दर्शाया गया है।”

वीडियो  के नीचे डिस्क्लेमर लिखा था, “ये हमारे द्वारा मनोरंजन के लिए बनाए गए पैरानॉर्मल वीडियो हैं। दिखाए गए सभी चित्र काल्पनिक हैं। वीडियो सीजीआई (कंप्यूटर जनित छवि) की मदद से बनाया गया है।”

हमने इस विषय में जेजेपीडी प्रोडक्शंस से फेसबुक मैसेंजर के जरिये संपर्क भी किया था। जवाब में हमें बताया गया था, “यह वीडियो डिजिटल टूल्स की मदद से बनाया गया था। यह कोई असली जलपरी नहीं है।”

जांच को आगे बढ़ाते हुए कीवर्ड्स के साथ इंटरनेट पर सर्च किया कि क्या किसी प्रामाणिक न्यूज़ वेबसाइट या मरीन रिसर्च वेबसाइट पर किसी जलपरी की मिलने की कोई खबर आई? हमें कहीं भी ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर iam_bholenatah07_ को  1.6 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में जलपरी मिलने का दावा करने वाला वीडियो फेक साबित हुआ। वीडियो डिजिटल टूल्स की मदद से बनाया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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