Fact Check: जागरूकता फ़ैलाने के लिए बनाये गए वीडियो को असली बता कर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं लोग

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह एक स्क्रिप्टेड वीडियो है, जिसे लोगों को ठगी से बचने के लिए जागरूक करने के लिए बनाया गया है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में 2 मिनट 20 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक महिला और उसके पति के साथ उन्हीं के घर में ठगी होती दिख रही है। वीडियो को एक दंपती से गहनों की कथित लूट का सीसीटीवी फुटेज बताकर वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह एक स्क्रिप्टेड वीडियो है, जिसे लोगों को ठगी से बचने के लिए जागरूक करने के लिए बनाया गया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज Headlines Lucknow ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा “शांतिदूतो का नया कारनामा…आपकी गली में ऐसे टोपी वाले फ़क़ीर घूमते है तो …उसको गली में घुसने न दे…” वायरल वीडियो में एक घर के बहार एक आदमी आता है और घरवालों को उनके गहने साफ करने के लिए मना लेता है। इसके बाद वहां सफेद टोपी पहने एक दूसरा शख्स आ जाता है और कुछ धुआं फैला देता है जिससे घर के लोग बेहोश हो जाते हैं और ये दोनों लोग गहने लेकर भाग जाते हैं।

वायरल पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहाँ देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ठीक से देखा। 2 मिनट 20 सेकंड के इस वीडियो के अंत में एक डिस्क्लेमर लिखा आता है। जिसमें लिखा है- “Disclaimer: This Reel Life Video footage is published only for the purpose of educating the public by making them understand how the real world situations will be. During this video making we have taken real incidents and picturized to educate public. Caracters in this video are there for entertainment purpose only.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “डिस्क्लेमर: यह रील लाइफ वीडियो फुटेज केवल जनता को यह समझाने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है कि वास्तविक दुनिया की स्थिति कैसी है। इस वीडियो बनाने के दौरान हमने वास्तविक घटनाओं को लिया है और जनता को शिक्षित करने के लिए चित्रित किया है। इस वीडियो में कैरेक्टर केवल मनोरंजन के उद्देश्य से हैं।”

विश्‍वास न्‍यूज ने इसके बाद वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। हमें यह वीडियो Rock on media नाम के एक फेसबुक पेज पर 10 नवंबर 2021 को अपलोडेड मिला। वीडियो के साथ लिखा था, “Thank you for watching! Please be aware that this page features scripted dramas and parodies as well. These short films are for entertainment & educational purposes only!” जिसका हिंदी अनुवाद होता है- “देखने के लिए धन्यवाद! कृपया ध्यान रखें कि इस पेज में स्क्रिप्टेड ड्रामा और पैरोडी भी हैं। ये लघु फिल्में केवल मनोरंजन और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं!”

हमने इस विषय में Rock on media के पेज पर दिए गए फ़ोन नंबर से संपर्क साधा। यहाँ हमारी बात कार्तिक से हुई, जो इस पेज के एडमिन हैं। उन्होंने हमें बताया, “यह एक फिक्शनल वीडियो है, जिसे रियल लाइफ इंसिडेंट्स से प्रेरणा लेकर लोगों में जागरूकता फ़ैलाने के इरादे से बनाया गया है।”

आपको बता दें कि अक्सर ठगी के ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। पुलिस अक्सर जनता से सावधान रहने का अनुरोध करती रहती है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले पेज Headlines Lucknow की जांच की। फेसबुक पेज के 134 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह एक स्क्रिप्टेड वीडियो है, जिसे लोगों को ठगी से बचने के लिए जागरूक करने के लिए बनाया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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