Fact check : पेटीएम न्यू ईयर पर नहीं दे रहा फ्री कैशबैक का इनाम, फर्जी लिंक पर न करें क्लिक

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पेटीएम न्यू ईयर ऑफर के नाम पर वायरल मैसेज फर्जी साबित हुआ। ऐसे मैसेज के साथ एक लिंक भी दिया जाता है। इसके जरिए फ्रॉड की आशंका रहती है।

Fact check : पेटीएम न्यू ईयर पर नहीं दे रहा फ्री कैशबैक का इनाम, फर्जी लिंक पर न करें क्लिक

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक यूआरएल को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पेटीएम अपने यूजर्स को नए साल पर 2999 रुपए का इनाम दे रहा है, जिसे लिंक पर क्लिक कर जीता जा सकता है। 

विश्‍वास न्‍यूज पहले भी कई बार ऐसे मैसेज की जांच कर चुका है। पड़ताल में पता चला कि पेटीएम की ओर से ऐसा कोई मैसेज इश्यू नहीं किया गया है। मैसेज और यूआरएल लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए वायरल किया जा रहा है। एक्‍सपर्ट का कहना है कि भूलकर भी ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर समर कुमार ने वायरल पोस्ट को शेयर किया है। पोस्ट पर अंग्रेजी में  लिखा हुआ है, हैप्पी न्यू ईयर 2023 पेटीएम कैशबैक मुफ्त। 2999 रुपए फ्री में पाए।

इस पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले पेटीएम की आधिकारिक वेबसाइट का रुख किया। वहां हमें ऐसा कोई ऑफर नहीं मिला। यदि कंपनी की ओर से इतना बड़ा ऑफर दिया जाता तो जरूर उसकी कोई न कोई जानकारी वहां होती। इसके बाद वायरल पोस्‍ट के आधार पर कुछ कीवर्ड्स बनाए गए। फिर इन्‍हें गूगल ओपन सर्च टूल के माध्‍यम से सर्च किया गया। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

जांच के अगले चरण में हमने पेटीएम के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। वहां भी ऐसे ऑफर की कोई पोस्‍ट नहीं मिली। यदि ऐसा कोई भी ऑफर होता तो जरूर कुछ न कुछ जानकारी सोशल मीडिया में दी जाती।

विश्वास न्यूज ने पोस्ट पर दिए गए यूआरएल की जांच करना शुरू किया। यूआरएल को गौर से देखने पर हमने पाया कि उसके यूआरएल में IQITIK.XYZ लिखा हुआ है, जबकि पेटीएम की आधिकारिक वेबसाइट का यूआरएल पेटीएम डॉट कॉम है।

वायरल मैसेज को लेकर हमने साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से बातचीत की। उनका कहना है, यह क्लिकबेट लिंक होता है। इस पर अपनी निजी जानकारी शेयर करने से उनके चोरी हो जाने का खतरा रहता है। ऐसे क्लिकबेट से आपके मोबाइल में मालवेयर पहुंचा उसका कंट्रोल हासिल किया जा सकता है। निजी सूचनाएं चोरी कर डीप वेब पर बेची जा सकती हैं। आपका ई-वॉलेट हैक कर आपको वित्तीय नुकसान भी पहुंचाया जा सकता है। जल्दबाजी में किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। हमारी सेफ्टी हमारे हाथ में है।

विश्‍वास न्‍यूज पहले भी कई बार ऐसे फर्जी मैसेज की जांच कर चुका है। इन मैसेज का मुख्य मकसद आपकी जानकारी चुराना होता है। 

पड़ताल के अगले चरण में फर्जी मैसेज करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर समर कुमार के सात सौ से ज्यादा फ्रेंड हैं। 

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पेटीएम न्यू ईयर ऑफर के नाम पर वायरल मैसेज फर्जी साबित हुआ। ऐसे मैसेज के साथ एक लिंक भी दिया जाता है। इसके जरिए फ्रॉड की आशंका रहती है।

False
Symbols that define nature of fake news
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