Fact Check: बिहार बोर्ड की परीक्षा में नकल से जुड़ा पुराना वीडियो अभी का बता किया जा रहा वायरल

बिहार बोर्ड परीक्षा 2017 के दौरान नवादा में नकल करते पकड़ी गई छात्राओं से जुड़े वीडियो को अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल पोस्ट का दावा झूठा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि बिहार बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान स्टू़डेंट्स को निष्कासित किया गया है। वीडियो में छात्राओं को पुलिस की गाड़ी में बैठाते देखा जा सकता है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा गलत पाया गया है। बिहार बोर्ड परीक्षा से जुड़ी 2017 की घटना को अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये वायरल वीडियो फैक्ट चेक के लिए मिला है। कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यही वीडियो फेसबुक पर भी वायरल मिला है। ऐसे ही एक News नाम के फेसबुक पेज ने भी इस वीडियो को शेयर किया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले चैटबॉट पर फैक्ट चेक के लिए मिले यूट्यूब लिंक को देखा। 5 फरवरी 2021 को अपलोड किए गए वीडियो का शीर्षक है, ‘BIHAR BOARD EXPELLED STUDENTS/ नक़ल से पहले अंजाम देख ले/दर्ज़नो विद्यार्थियों की परीक्षा रद्द/Bihar.’ अपनी पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले हमने इंटरनेट पर बिहार बोर्ड परीक्षा 2021 के बारे में जानकारी जुटाई। टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट के मुताबिक बिहार बोर्ड की इंटर की परीक्षा एक फरवरी से शुरू हो गई है।

हमने जब जरूरी कीवर्ड्स की मदद से इस दावे को इंटरनेट पर ढूंढा तो हमें कई यूट्यूब चैनलों के अलावा ये वीडियो फेसबुक पर भी वायरल मिला। कई जगहों पर इसे अभी की घटना बताकर शेयर किया जा रहा है। इसी क्रम में हमें यह वायरल वीडियो 2 मार्च 2017 को Priyanshu Kumar नाम के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड मिला। इससे एक बात साफ हो गई कि इस वीडियो को अभी का बताकर शेयर करने का दावा गलत है। मार्च 2017 में यूट्यूब पर अपलोड किए गए इस वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है।

Priyanshu Kumar नाम के यूट्यूब चैनल ने करीब 3 साल पहले इस वीडियो को अपलोड करते हुए इसे नवादा के सेठ सागर मल अग्रवाल वीमेन कॉलेज की घटना बताया गया है, जिसमें करीब 32 लड़कियों को नकल करते पकड़ा गया। वीडियो में पुलिस की गाड़ी में बैठती गर्ल्स स्टूडेंट्स को देखा जा सकता है।

हमने इस नई जानकारी के आधार पर एक बार फिर इंटरनेट पर सर्च किया। हमें इंडिया टुडे की वेबसाइट पर 17 फरवरी 2017 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट उस साल बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा में पकड़े गए नकलचियों पर आधारित है। इस रिपोर्ट में भी सेठ सागर मल अग्रवाल वीमेन कॉलेज में हुई नकल की घटना का जिक्र किया गया है।

विश्वास न्यूज ने इस मामले की आगे की पड़ताल के लिए अपने सहयोगी दैनिक जागरण के नवादा ब्यूरो चीफ रमेश से संपर्क किया। हमने उनके साथ इस वायरल वीडियो को साझा किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो 2017 का ही है। उन्होंने बताया कि तब के डीएम बोर्ड एग्जाम का निरीक्षण करने नवादा शहर के सेठ सागर मल कॉलेज केंद्र पर गए थे। बड़े पैमाने पर नकल पकड़े जाने के बाद छात्राओं के निष्कासन और गिरफ्तारी की कार्रवाई हुई थी। परीक्षा नियमावली के तहत 2-2 हजार रुपये जुर्माना वसूली के बाद सभी को मुक्त किया गया था।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक पेज News को स्कैन किया। फैक्ट चेक किए जाने तक इस पेज के 509 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: बिहार बोर्ड परीक्षा 2017 के दौरान नवादा में नकल करते पकड़ी गई छात्राओं से जुड़े वीडियो को अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल पोस्ट का दावा झूठा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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