Fact Check : नामीबिया से लाए गए चीता से जोड़कर उत्तराखंड का पुराना वीडियो वायरल

विश्वास न्यूज़ की जांच में नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को लेकर किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो उत्तराखंड के रानीखेत में तेंदुए द्वारा गाय का शिकार करने का है, जिसे अब नामीबिया से भारत लाए गए चीतों से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को मध्‍य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़े जाने के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट वायरल हो रहे हैं। अब इसी से जोड़कर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक तेंदुए को सड़क के किनारे गाय का शिकार करते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह नामीबिया से भारत लाए गए चीतों का वीडियो है। जब हमने इसकी जांच की, तो हमने पाया कि यह दावा फर्जी है। वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर अगस्त से है। वहीं, भारत में चीते नामीबिया से 17 सितंबर को लाए गए थे।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर कवरराम जेना बाड़मेर ने 19 सितंबर को 26 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए लिखा : ‘हिरण के बाद गाय बनी आहार
मोदी जी के चीते के भोजन गाय के बाद मानव का भोजन हो तो कोई अतिशयोक्ति नही होनी चाहिए
आखिर क्या चाहते हैं Narendra Modi “

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिख दिया गया है। पोस्‍ट को सच समझ कर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सच्चाई पता लगाने के लिए स्निपिंग टूल की मदद से स्क्रीनशॉट्स को निकाला और फिर गूगल इमेज में अपलोड करके सर्च किया। वायरल वीडियो हमें अनुज सिंह नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 16 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ लिखा गया कि Leopard Killed cow in Ranikhet Uttarakhand || उत्तराखंड के रानीखेत में तेंदुए ने गाय को शिकार बनाया।

नेचर एंड हेरिटेज नाम के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। 17 अगस्त 2022 को वीडियो को अपलोड कर लिखा गया, ‘तेंदुए के जबड़े की जबरदस्त ताकत। ‘वीडियो को यहां देखें।

हमें नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर 16 अगस्त 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में वीडियो का इस्तेमाल करते हुए बताया गया है, ‘यह घटना उत्तराखंड में रानीखेत के पास हुई थी। वीडियो को ट्विटर पर ‘इंडियन फॉरेस्ट सेवा’ (IFS) के अधिकारी साकेत बडोला ने साझा किया था। पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है। ‘



आईएफएस अधिकारी साकेत बडोला ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो को 15 अगस्त 2022 को शेयर किया था।


मामले में अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के अल्मोड़ा जिला प्रभारी चंद्रशेखर द्विवेदी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह घटना बीते अगस्त माह की है। अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के पास हाईवे किनारे एक तेंदुआ गाय का शिकार कर रहा था। सड़क से गुजर रही एक गाड़ी में बैठे लोगों ने यह दृश्य अपने मोबाइल में कैद किया था। इस वीडियो का नामीबिया से भारत लाए गए चीतों से कोई संबंध नही है।

पहले भी यह वीडियो वायरल हो चूका है, जिसकी जांच विश्वास न्यूज़ ने उर्दू भाषा में की थी।आप हमारी पहले की पड़ताल को यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में पता चला कि यूजर राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर को 13,494 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जांच में नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को लेकर किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो उत्तराखंड के रानीखेत में तेंदुए द्वारा गाय का शिकार करने का है, जिसे अब नामीबिया से भारत लाए गए चीतों से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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