Fact Check : भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस के लाठीचार्ज के पुराने वीडियो को बंगाल में कांवड़ियों की पिटाई के भ्रामक दावे से किया जा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो साल 2021 में बंगाल के कोलकाता के बेनियाटोला इलाके में हुई घटना का है, जिसे अब भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सावन के महीने में चल रही कांवड़  यात्रा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी कुछ लोगों को पीटते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को अभी का बताते हुए दावा किया जा रहा है कि बंगाल में कांवड़ यात्रियों के साथ इस तरह से बेरहमी की जा रही है, उन्हें पीटा जा रहा है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो साल 2021 में बंगाल के कोलकाता के बेनियाटोला इलाके में हुई घटना का है, जिसे अब भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘अशीष दास’ ने 15 जुलाई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “पश्चिम बंगाल में कांवड़ियों पर डंडा चलवा टी ममता बनर्जी।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल पोस्ट के बारे में कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यह वीडियो बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 16 अगस्त 2021 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक,भूतनाथ मंदिर के पास पुलिसकर्मियों ने लोगों को पीटा।

टीवी9 भारतवर्ष पर 16 अगस्त 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोलकाता स्थित भक्तों की आस्था का केंद्र भूतनाथ मंदिर के सामने पुलिस शिव भक्तों पर लाठियां बरसाती दिखी। बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष रीतेश तिवारी ने वीडियो को ट्वीट कर ममता बनर्जी सरकार की तुलना तालिबानी शासन से कर डाली है। कोरोना के कारण भूतनाथ मंदिर बंद था, लेकिन सोमवार होने के कारण भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

अधिक जानकारी के लिए हमने कोलकाता दैनिक जागरण के संवाददाता राजीव झा से बातचीत की। उन्होंने हमें बताया, “यह वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है, बल्कि साल 2021 में हुई घटना का है। साल 2021 में भूतनाथ मंदिर के बाहर यह घटना हुई थी। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।”

पहले भी यह दावा वायरल हो चुका है, पूरी रिपोर्ट को यहां पर पढ़ें । 

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर मध्य प्रदेश का रहने वाला है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो साल 2021 में बंगाल के कोलकाता के बेनियाटोला इलाके में हुई घटना का है, जिसे अब भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

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