बिजली चोरी रोकने आए अधिकारियों को धमकाने का यह वीडियो पाकिस्तान के कराची का है। यह घटना जुलाई 2020 में हुई थी। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है। इसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर 33 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें बिजली चोरी रोकने आए अधिकारियों को एक मुस्लिम शख्स धमका रहा है। वीडियो में जब अधिकारी मीटर लगाने और अवैध कनेक्शन हटाने की बात करते हैं तो शख्स उन्हें मरने-मारने की धमकी देता है। वीडियो को शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो भारत का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान का है। 2020 के कराची के वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘हिन्दू शेरनी‘ ने 29 जुलाई को वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,
बिजली चोरी करूंगा….
नहीं मानूंगा,, मरूंगा या मारूंगा ।।
ये भारत देश तालिबान देश तो नहीं बन रहा है !!
टविटर यूजर @alpana_tomar (आर्काइव लिंक) ने भी 29 जुलाई को यह वीडियो पोस्ट करते हुए मिलता-जुलता दावा किया।
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल के इनविड टूल से वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स निकाले। इनको गूगल के रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें सियासत डॉट पीके की फोरम कैटेगरी में इससे संबंधित वीडियो न्यूज मिली। 28 जलाई 2020 को अपलोड इस वीडियो में वायरल वीडियो भी मिल गया। इसके मुताबिक, कराची में बिजली चोरी करने वाले अताउर रहमान को अधिकारियों ने रंगे हाथ पकड़ा तो वह उन्हें धमकी देने लगा। वह उनसे कहने लगा कि मर जाऊंगा या मारूंगा, लेकिन कुंडा नहीं हटाने दूंगा। उसने मीटर भी नहीं लगाने दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
28 जुलाई 2020 को सियासत डॉट पीके (आर्काइव लिंक) ने इस बारे में ट्वीट किया। इसमें वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स की फोटो भी है। इसके अनुसार, मामला कराची का है।
28 जुलाई 2020 को @TrendsPaak (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को ट्वीट कर इसे कराची का बताया।
इस बारे में हमने पाकिस्तान आधारित ’92न्यूज’ के जर्नलिस्ट आरिफ महमूद से संपर्क किया। उनका कहना है, ‘यह कराची का पुराना वीडियो है। बिजली चोरी के मामले में अवैध कनेक्शन हटाने को लेकर यह विवाद हुआ था।‘
दो साल पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘हिन्दू शेरनी‘ को हमने स्कैन किया। 25 जनवरी 2020 को बने इस पेज को 9 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
यह वीडियो पहले भी वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज की रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: बिजली चोरी रोकने आए अधिकारियों को धमकाने का यह वीडियो पाकिस्तान के कराची का है। यह घटना जुलाई 2020 में हुई थी। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है। इसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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