Fact Check: बोरी को लेकर छीना-झपटी करने वाले लोगों का यह वीडियो पुराना है, पाकिस्तान के हालिया खाद्य संकट से नहीं है कोई संबंध

पाकिस्तान की वर्तमान स्थिति के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो सितंबर 2022 में भी वायरल हुआ था। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पाकिस्तान में बिगड़े आर्थिक हालात और खाद्य पदार्थों के बढ़ते दाम के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को एक बोरी को एक-दूसरे से छीनते हुए देखा जा सकता है। 41 सेकंड के इस वीडियो को शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अब पाकिस्तान की खराब हालत की वजह से वहां आटे के लिए लड़ाई हो रही है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पुराना है। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Chetan Anand (आर्काइव लिंक) ने 12 जनवरी को वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,

श्रीलंका और चीन के हालात देखने के बाद अब आटे के लिए लड़ते पाकिस्तान की हालत देख लीजिए और चैन मनाइए कि आप श्री Narendra Modi  जी के नेतृत्व में विकसित होते भारत में हैं !!

भाजपा विधायक डॉ. शलभमणि त्रिपाठी (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल के इनविड टूल की मदद से इसका कीफ्रेम निकाला। उसे गूगल रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें ट्विटर यूजर @1on1__ (आर्काइव लिंक) के अकाउंट से पोस्ट किया यह वीडियो मिला। इसे 9 सितंबर 2022 को पोस्ट किया गया है। इसमें लिखा है कि वीडियो सिंध का है, जहां से बिलावल भुट्टो ने एनए सीट जीती थी और विदेश मंत्री बने थे। लोग खाने के लिए लड़ रहे हैं। बिलावल और उनकी पार्टी सिंध में 30 साल से शासन कर रहे हैं।

https://twitter.com/1on1____/status/1568227435669516288

रेडिट डॉट कॉम पर भी हमें वायरल वीडियो मिला। इसे 12 सितंबर 2022 का अपलोड किया गया है। इसमें लिखा है कि पाकिस्तान के आर्थिक हालात काफी खराब हो गए हैं। लोग खाने के लिए लड़ रहे हैं।

ट्विटर यूजर Liaqat Baloch (आर्काइव लिंक) ने भी 6 सितंबर 2022 को वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है कि बाढ़ पीड़ितों के लिए सहायता सिरदर्द बन गई है। इससे पता चलता है कि यह वीडियो पहले भी वायरल हो चुका है।  

विश्वास न्यूज स्वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि वायरल वीडियो कब का है और कहां है, लेकिन सितंबर से यह इंटरनेट पर मौजूद है, इससे साफ है कि यह हाल-फिलहाल का नहीं है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने बलूचिस्तान टीवी के सीईओ मोहम्मद शाह दोतानी से ट्वटिर के जरिए संपर्क किया। उनका कहना है, ‘यह पुराना वीडियो है। इसका हालिया हालात से कोई ताल्लुक नहीं है।

पुराने वीडियो को हाल का बताकर शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘चेतन आनंद‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर ऑस्टिन टेक्सास में रहते हैं और इनके 100 फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: पाकिस्तान की वर्तमान स्थिति के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो सितंबर 2022 में भी वायरल हुआ था। इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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