Fact Check: मैक्सिको की बाढ़ के पुराने वीडियो को अब तिरुपति का बताकर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। हमें पता चला कि वायरल वीडियो का तिरुपति से कोई संबंध नहीं है। यह मैक्सिको का पुराना वीडियो है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। तिरुपति में भारी बारिश के बीच सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें तेज बहाव वाले पानी में कुछ पशुओं को बहते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स इसे तिरुपति तिरुमाला का बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। हमें पता चला कि वायरल वीडियो का तिरुपति से कोई संबंध नहीं है। यह मैक्सिको का पुराना वीडियो है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Prajala Koraku Prajala Mata ने 19 नवंबर को इस वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया कि यह तिरुपति का वीडियो है। साथ में लिखा, “तेलुगु से हिंदी में अनुवादित: तिरुपति तिरुमाला में इस बाढ़ में मवेशियों की रक्षा कौन करेगा। भगवान अपना चमत्कार दिखाओ देखा  गोविंदा गोविंदा”

फेसबुक पोस्‍ट के आकाईव्‍ड वर्जन को यहां क्लिक करके देखा जा सकात है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इस वीडियो के की-फ्रेम्स को ऑनलाइन टूल गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह वीडियो मैक्सिको के राष्ट्रीय प्रसारण टेलीविजन नेटवर्क, Imagen Noticias के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर 28 जुलाई, 2020 को अपलोडेड एक खबर में मिला। डिस्क्रिप्शन में लिखा था, “नायरिट में ज़ाकुअलपैन नदी उफान पर मवेशियों की जान पर बनी।”

इस घटना को लेकर उस समय मैक्सिको में कई ख़बरें छपी थीं। इन्हें यहाँ पढ़ा जा सकता है। 

दैनिक जागरण की एक खबर के अनुसार, “आंध्र प्रदेश में भारी बारिश व बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ के चलते मुख्य सड़क और रेल मार्ग बंद रहने के कारण रविवार को कई ट्रेनों को रद कर दिया गया या उनका रूट बदल दिया गया है।”

डेक्कन क्रॉनिकल की खबर के अनुसार, “तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में 17 से 19 नवंबर को हुई भारी बाढ़ और अभूतपूर्व बारिश से कुल नुकसान 4 करोड़ रुपये हुआ है।”

हमने इसके बाद तिरुपति मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी केशव कृष्णन से बात की। उन्होंने कहा, ‘संबंधित वीडियो का तिरुपति बालाजी मंदिर से कोई संबंध नहीं है। हाँ ये बात सही है कि बीते दिनों हुई बारिश से हमें काफी नुकसान हुआ है।’

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अंत में इस पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर Prajala Koraku Prajala Mata की जांच की। सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर तिरुपति का ही रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। हमें पता चला कि वायरल वीडियो का तिरुपति से कोई संबंध नहीं है। यह मैक्सिको का पुराना वीडियो है।

False
Symbols that define nature of fake news
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