विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो का पंजाब से कोई संबंध नहीं है, असल में यह वीडियो सितंबर 2018 का है। वीडियो में नजर आ रहा ब्रिज हिमाचल प्रदेश के चंबा का बालू ब्रिज है, जिसे अब गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। पंजाब और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों को बाढ़ सहित कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर नदी के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह पंजाब के नंगल डैम का वीडियो है, जहां पर हालत काफी खराब है। कई यूजर्स इस वीडियो को हिमाचल प्रदेश के हालिया हालात का भी बता रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो का पंजाब से कोई संबंध नहीं है, असल में यह वीडियो सितंबर 2018 का है। वीडियो में नजर आ रहा ब्रिज हिमाचल प्रदेश के चंबा का बालू ब्रिज है, जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘गुवाहाटी टाइम्स’ ने 11 जुलाई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “पंजाब हाई अलर्ट पर! रिपोर्ट के मुताबिक, जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने के बाद नंगल बांध के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं।’’ #बाढ़ #पंजाब कम देखें
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें यह वीडियो कई यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। चंबा अपडेट और अक्ष वेलॉग नामक यूट्यूब चैनल पर हमें यह वीडियो 24 सितंबर 2018 को अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वीडियो हिमाचल प्रदेश के चंबा शहर में स्थित बालू ब्रिज का है।
अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया हुआ है।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी फेसबुक पोस्ट ‘डीसी चंबा’ और ‘चंबा पुलिस’ के पेज पर मिली। पोस्ट में 23 सितंबर 2018 को बालू ब्रिज की कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “आप सभी चम्बा वासियों को सूचित किया जाता है कि भारी वर्षा के कारण रावी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है, आने वाले समय में और अधिक जलस्तर बढ़ने की आशंका है, जिस कारण चम्बा जिला के प्रशासन ने सभी शिक्षण संस्थानों में कल दिनांक 24/09/2018 का अवकाश घोषित किया है | चम्बा जिला में भिन्न-भिन्न जगहों पर रास्ते बंद हो चुके हैं। बालू पुल को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है इसलिए आप सभी चम्बा वासियों से अनुरोध है जब तक हालात ठीक नहीं होते आप अपने घरों में रहें और जो लोग रावी नदी के नजदीक रहते हैं, वह कुछ समय के लिए सुरक्षित स्थान पर चले जाएं, ताकि किसी प्रकार की जान व माल की हानि न हो।”
हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट ‘पंजाब केसरी हिमाचल प्रदेश’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मौजूद मिली। वीडियो को 24 सितंबर 2018 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, चंबा जिला में बारिश के सितम से हर कोई खौफजदा है। पिछले करीब 50 घंटों से लगातार बारिश से हर तरफ जनजीवन ठप्प पड़ा हुआ है। जगह-जगह भूस्खलन से दूर-दराज के इलाकों का चंबा जिला मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है। चंबा-तीसा मेन रोड पर बालू के पास सड़क धंसने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। वहीं, रावी नदी का रौद्र रूप थमने का नाम नहीं ले रहा, जिससे बालू पुल पर खतरा मंडराने लगा है। लगातार बढ़ते रावी के जलस्तर से बालू पुल में आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है।
डीडी हिमाचल प्रदेश के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर भी हमें यह वीडियो इसी जानकारी के साथ 23 सितंबर 2018 को अपलोड हुआ मिला।
अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण, हिमाचल प्रदेश के स्टेट एडिटर नवनीत शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। हिमाचल प्रदेश में लगातार कई दिनों से बारिश होने के कारण यहां के हालात खराब हैं। कई इलाकों में बाढ़ आने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यह वीडियो चंबा शहर में स्थित बालू ब्रिज का साल 2018 का है।”
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 77 हजार लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर गुवाहाटी का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो का पंजाब से कोई संबंध नहीं है, असल में यह वीडियो सितंबर 2018 का है। वीडियो में नजर आ रहा ब्रिज हिमाचल प्रदेश के चंबा का बालू ब्रिज है, जिसे अब गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।
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