Fact Check: महिला वकीलों के बीच हुई मारपीट का पुराना वीडियो फिर से गलत दावे के साथ हुआ वायरल

उत्तर प्रदेश के काशगंज के फैमिली कोर्ट में हुई महिला वकीलों की लड़ाई के वीडियो को महाराष्ट्र का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो में जो महिलाएं झगड़ते हुए दिख रही हैं,वो दोनों ही वकील थी, जज नहीं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दो महिला वकीलों की लड़ाई के वीडियो को वायरल किया जा रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि महिला वकीलों के बीच हुई मारपीट का यह वीडियो महाराष्ट्र कोर्ट का है। वीडियो में कई और लोग भी दिख रहे हैं।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया। घटना महाराष्ट्र की नहीं, उत्तर प्रदेश के कासगंज की थी और जिन दो महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था,वे दोनों ही वकील थीं। दोनों में से कोई भी जज नहीं थीं। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। यह दावा पहले भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। उस समय हमने इसकी पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Akhbariat ‘ ने 5 मार्च को वायरल दावे को शेयर करते हुए इंग्लिश में कैप्शन लिखा है। जिसका हिंदी अनुवाद है : भारत: महिला जज और महिला वकील में हुई हाथापाई। एक महिला पुलिस अधिकारी द्वारा अलग किया जा रहा है! वजह: जज ने वकील के मंगेतर को जमानत देने से इनकार किया! “

वायरल पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें ये वीडियो ‘नवभारत टाइम्स’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 28 अक्टूबर 2022 को अपलोड मिला। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा गया था, “कासगंज की अदालत में भिड़ गईं दो महिला वकील। ” वीडियो में बताया गया, ‘वीडियो यूपी के कासगंज फॅमिली कोर्ट का है। कोर्ट में दो महिला वकील आपस में भीड़ गई थी और दोनों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। ‘

सर्च के दौरान हमें B&B Legal नाम के ट्विटर हैंडल से भी वीडियो शेयर किया हुआ मिला। 29 अक्टूबर 2022 को वीडियो को शेयर कर लिखा गया, “कासगंज फॅमिली कोर्ट में एक दंपती का आपस में प्रतिनिधित्व कर रही दो महिला वकीलों में कहासुनी हो गई और मारपीट शुरू हो गई। “

जागरण डॉट कॉम पर 28 अक्टूबर 2022 को प्रकाशित खबर में वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल करते हुए बताया गया, “कासगंज जिला सत्र एवं न्यायालय परिसर में एक मुकदमे की पैरवी को लेकर दो महिला वकीलों की आपस में भिड़ंत हो गईं। दोनों के बीच जमकर गुत्थमगुत्था हुई। इस दौरान न्यायालय परिसर अखाड़ा नजर आया। बाद में महिला पुलिसकर्मियों और अन्य अधिवक्ताओं के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। एक पक्ष की ओर से दो अधिवक्ताओं सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।”

यह वीडियो पहले भी समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। उस समय हमने इसकी पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी। आप हमारी फैक्ट चेक स्टोरी को यहां पढ़ सकते हैं।

इस बारे में जानकारी के लिए हमने कासगंज दैनिक जागरण के जिला प्रभारी कृष्ण बिहारी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, ” वीडियो पुराना है। यह वीडियो कासगंज कोर्ट का है। वीडियो में दिख रही दोनों महिलाएं वकील हैं। “

पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को शेयर करने वाले पेज की जांच की। जांच में पता चला कि इस पेज को 21 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के काशगंज के फैमिली कोर्ट में हुई महिला वकीलों की लड़ाई के वीडियो को महाराष्ट्र का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो में जो महिलाएं झगड़ते हुए दिख रही हैं,वो दोनों ही वकील थी, जज नहीं।

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