Fact Check: तेलंगाना में बीजेपी-टीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प का पुराना वीडियो गुजरात का बताकर वायरल

राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच झड़प का वायरल वीडियो, जिसे गुजरात का बताकर साझा किया जा रहा है, तेलंगाना के जनगाँव शहर का पुराना वीडियो है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दो राजनीतिक समूहों के बीच झड़प को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वीडियो गुजरात का है और यह हाल का है। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो तेलंगाना का है जब बीजेपी और टीआरएस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर धर्मेंद्र वावलिया ने अपने प्रोफाइल पर एक वीडियो शेयर किया और गुजराती में लिखा: “@AAPGujarat @AAP4सूरत @AAPAmdavad अनुवाद: पहले अन्य राज्यों में भाजपा सदस्यों को मेथी का स्वाद चखाने की प्रथा थी, अब गुजरात में भी यह जारी है।”

यहां पोस्ट और आर्काइव वर्जन देखें

https://twitter.com/Dharmendravavli/status/1565213423549677569?s=20&t=S-E8rcCoF-8x6pQhqOIevA

पड़ताल:

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट पर लिखे कमैंट्स को पढ़ कर अपनी जांच शुरू की। कई यूजर्स ने कमेंट किया था कि यह वीडियो गुजरात का नहीं है।

विश्वास न्यूज ने फिर वीडियो को इनवीड टूल में अपलोड किया और स्क्रेंग्रैब्स निकाले। हमने कुछ स्क्रीनग्रैब्स में ज़ूम किया। दुकानों पर लगे बोर्ड दक्षिण भारतीय भाषा में थे और एक पुलिस बूथ पर स्पष्ट रूप से ‘जनगाँव ट्रैफिक पुलिस’ लिखा पढ़ा जा सकता है। जनगाँव तेलंगाना का एक डिस्ट्रिक्ट है।

वीडियो में गुलाबी रंग के झंडे बताते हैं कि लोग तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के कार्यकर्ता हैं। इसलिए यह स्पष्ट था कि वीडियो तेलंगाना का था।

कीवर्ड सर्च करने पर हमें 10 फरवरी, 2022 को वनइंडिया न्यूज़ पर अपलोड किया गया एक YouTube वीडियो मिला। विवरण में लिखा था, “तेलंगाना राज्य में टीआरएस और भाजपा के बीच तब झड़पें हुईं जब मोदी विरोधी प्रदर्शन का आह्वान किया गया था।”

यह यूट्यूब वीडियो बिल्कुल वायरल वीडियो से मिलता-जुलता था।

जांच के अगले चरण में, विश्वास न्यूज़ ने तेलंगाना को कवर करने वाले एक पत्रकार राहुल देवुलापल्ली से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि की कि वायरल वीडियो पुराना था और तेलंगाना के जनगाँव का था।

जांच के आखिरी चरण में विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो शेयर करने वाले सोशल मीडिया यूजर का सोशल बैकग्राउंड चेक किया। हमें पता चला कि धर्मेंद्र वावलिया सूरत, गुजरात के रहने वाले हैं और एक राजनीतिक दल से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने जनवरी 2021 में ट्विटर ज्वाइन किया था।

निष्कर्ष: राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच झड़प का वायरल वीडियो, जिसे गुजरात का बताकर साझा किया जा रहा है, तेलंगाना के जनगाँव शहर का पुराना वीडियो है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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