Fact Check : कोतवाल की हरकतों से परेशान महिला सिपाही के तीन साल पुराने वीडियो को हाल का बताकर किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मानसिक पड़तना का आरोप लगाती महिला कॉन्स्टेबल  का वायरल वीडियो साल 2021 में हुई  एक घटना का है। जुलाई 2021 में एक महिला कॉन्स्टेबल  वैशाली पुंडीर ने थाने में आत्महत्या करने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने अस्पताल में एसएचओ पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। 

Fact Check : कोतवाल की हरकतों से परेशान महिला सिपाही के तीन साल पुराने वीडियो को हाल का बताकर किया जा रहा शेयर 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक महिला पुलिस का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला रोती हुए अपने पुलिस निरीक्षक पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए नजर आ रही है। इस वीडियो को हाल ही में कासगंज में हुई घटना का बताते हुए शेयर किया जा रहा है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो साल 2021 में हुआ एक घटना का है। जुलाई 2021 में एक महिला कॉन्स्टेबल वैशाली पुंडीर ने थाने में आत्महत्या करने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने अस्पताल में एसएचओ पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। 

क्या हो रहा है वायरल ?

इंस्टाग्राम यूजर ने 6 मार्च 2024 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। वीडियो पर लिखा हुआ है, “कासगंज में महिला सिपाही की गुहार सुनिए। अब सड़को कों छोड़िए थाने में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं रही।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें यह वीडियो न्यूज 18 यूपी उत्तराखंड के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो को 6 जुलाई 2021 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, कासगंज में एक महिला सिपाही ने थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।

एबीपी न्यूज की वेबसाइट पर 5 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, महिला कॉन्स्टेबल ने प्रभारी निरीक्षक थाना सहावर जिला कासगंज राजेश कुमार मीणा पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने सुसाइड नोट पर आत्महत्या के लिए एसएचओ को जिम्मेदार बताया था। 

दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 6 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, महिला कॉन्स्टेबल वैशाली पुंडीर ने तबीयत खराब होने का कारण छुट्टी मांगी थी। लेकिन एसएचओ ने उन्हें छुट्टियां देने से इनकार कर दिया और उनकी ड्यूटी लगा दी। इसी रवैये से तंग आकर महिला कॉन्स्टेबल ने थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। मामला सामने आने के बाद डीआईजी अलीगढ़ दीपक कुमार ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक पोस्ट कासगंज के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिली। 23 फरवरी 2024 को पुलिस ने ट्वीट करते हुए बताया है कि यह वीडियो पुराने मामले का है और इसमें उचित कार्रवाई की जा चुकी है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण कासगंज के जिला प्रभारी कृष्ण बिहारी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो साल 2021 में हुई घटना का है। महिला कॉन्स्टेबल  ने एसएचओ से परेशान आकर थाने में फांसी लगा ली थी। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें बचाया था और अस्पताल लेकर गए थे। अस्पताल पहुंचने के बाद उन्होंने एसएचओ पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। डीआईजी ने कार्रवाई करते हुए एसएचओ को थाने से हटा दिया था और अपने कार्यालय में अटैच कर लिया है।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मानसिक पड़तना का आरोप लगाती महिला कॉन्स्टेबल  का वायरल वीडियो साल 2021 में हुई  एक घटना का है। जुलाई 2021 में एक महिला कॉन्स्टेबल  वैशाली पुंडीर ने थाने में आत्महत्या करने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने अस्पताल में एसएचओ पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। 

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