Fact Check : पक्षियों के अजीबोगरीब बर्ताव का ये वायरल वीडियो पुराना, तुर्किये भूकंप से कोई संबंध नहीं

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पक्षियों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो साल 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका तुर्किये में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दोनों ही देशों में राहत और बचाव का काम जारी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर बिल्डिंग के ऊपर उड़ते पक्षियों के झुंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो तुर्किये में भूकंप आने से पहले का है। भूकंप आने से पहले तुर्किये में यह अजीबोगरीब गतिविधि देखने को मिली।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो साल 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका तुर्किये में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल ?

ट्विटर यूजर जुनैद आलम ने 7 फरवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन लिखा है, तुर्किये में पक्षियों का अजीबोगरीब बर्ताव देखने को मिला।

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें। दूसरे यूजर्स भी इस दावे को सच मानकर शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से कई ग्रैब निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट डेली मेल की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 25 जनवरी 2017 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, यूएस के ह्यूस्टन शहर के ऊपर आकाश में ब्लैक बर्ड्स के एक विशाल झुंड को मंडराते हुए देखा गया।

पड़ताल के दौरान हमें यूके की वेबसाइट हफिंगटन पोस्ट पर भी वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट को 26 जनवरी 2017 को प्रकाशित किया गया है। यहां पर भी रिपोर्ट में वायरल वीडियो को यूएस के ह्यूस्टन शहर का बताया गया है।

सर्च को आगे बढ़ाते हुए हमने प्राप्त जानकारी के आधार पर गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो जयेली डिजाइन लैब नामक एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला। कैप्शन में वीडियो को यूएस के ह्यूस्टन शहर का बताया गया है। साथ ही अधिक जानकारी के लिए जुनकिन मीडिया से संपर्क करने के लिए कहा गया है।

अधिक जानकारी के लिए हमने मेल के जरिए जुनकिन मीडिया से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। इस वीडियो का तुर्किये में हाल ही में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2017 का है और यूएस के ह्यूस्टन शहर का है। उन्होंने हमारे साथ जुनकिन मीडिया का एक लिंक भी शेयर किया।

गौरतलब है कि तुर्किये-सीरिया में आए भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर कई पुराने और असंबंधित वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसका हालिया भूकंप की घटना से कोई लेना-देना नहीं है। विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर इससे संबंधित फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अगले चरण में फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर जुनैद आलम शेख की जांच की गई। यूजर अप्रैल 2022 से ट्विटर पर सक्रिय है। यूजर को 28 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पक्षियों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो साल 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका तुर्किये में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है।

Misleading
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