Fact Check: मंदिर के पुजारी की पिटाई के पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ किया जा रहा है वायरल
वायरल दावा फर्जी है। यह वीडियो पुराना है। वीडियो में पिटता व्यक्ति एक मंदिर का पुजारी था जिसे एक लड़की से छेड़खानी करने के लिए पीटा गया था। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Mar 25, 2021 at 11:24 AM
- Updated: Mar 25, 2021 at 01:20 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ लोगों को एक आदमी की पिटाई करते देखा जा सकता है। पोस्ट को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह घटना पश्चिम बंगाल की है, जहाँ कुछ लोगों ने एक आदमी की इसलिए पिटाई की क्योंकि वो अपने घर में आरती कर रहा था।
विश्वास न्यूज की जांच में पता चला है कि यह दावा गलत है। यह वीडियो पुराना है। वीडियो में पिटता व्यक्ति एक मंदिर का पुजारी था, जिसे एक लड़की से छेड़खानी करने के लिए पीटा गया था। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
क्या है वायरल पोस्ट में ?
वायरल पोस्ट में कुछ लोगों को एक आदमी की पिटाई करते देखा जा सकता है। पोस्ट को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है, “बंगाल में आने वाली फिल्म की झांकी, बशर्ते परिवर्तन नहीं हुआ तो घर में भी पूजा अर्चना आरती करना मना एक वयोवृद्ध सनातनी ने अपने ही घर में आरती करने के क्रम में संभवतः छोटी घंटी बजाई घर से खींचकर बीच सड़क पर लाकर क्या तबियत से पिटाई की गई प्रिय बंधुवर,अभी यह स्थिति हैं तो यदि परिवर्तन नहीं हुआ तो क्या होगा कल्पना कर सकते हैं आप से विनम्र निवेदन हैं कि इस वीडियो को यथाशक्ति बंगाल में अपने परिचितों से शीघ्रातिशीघ्र साझा करें ताकि बंगाल के घर घर गांव गांव झोपड़ी झोपड़ी पहुंच जाए।।”
इस पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहाँ देखा जा सकता है।
पड़ताल
पड़ताल शुरू करने के लिए हमने इस वीडियो को इनविड टूल पर डाला और इस वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले, फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से सर्च किया। हमें S K M 91 News नाम के फेसबुक पेज पर 3 सितम्बर 2017 को इससे मिलते-जुलते क्लिप्स मिले। यहाँ एक अलग एंगल से इसी आदमी को पीटते हुए फिल्माया गया था। पोस्ट के अनुसार, “कोलकाता के गुआ बागान में रहने वाले राजेंद्र पंडित ने एक औरत को कहा कि आपको बेबी दूंगा। ऐसी ज़लील हरकत पे लोग भड़क उठे और वहां की जनता ने उस पंडित को रोड पर घुमाते हुए पीटा। SKM 91NEWS CRIME REPORTER MD.TASKEEN “
हमें कुछ यूट्यूब चैनल्स पर भी यह वीडियो 2017 में अपलोडेड मिला। यहाँ भी इस व्यक्ति को एक पुजारी बताया गया था।
इस विषय में पुष्टि के लिए हमने कोलकाता पुलिस से संपर्क साधा। जोरबाग़ान पुलिस स्टेशन के एसएचओ रमेश चौधरी ने हमें बताया, “यह घटना 31 अगस्त 2017 की है। उस समय इस मंदिर के पुजारी की पिटाई एक लड़की से बदतमीजी करने को लेकर हुई थी। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।”
वायरल तस्वीर को साझा करने वाले पेज ‘संस्था MMB’ की सोशल स्कैनिंग से पता चला है कि पेज के 608 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: वायरल दावा फर्जी है। यह वीडियो पुराना है। वीडियो में पिटता व्यक्ति एक मंदिर का पुजारी था जिसे एक लड़की से छेड़खानी करने के लिए पीटा गया था। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
- Claim Review : बंगाल में आने वाली फिल्म की झान्की, बशर्ते परिवर्तन नहीं हुआ तो घर में भी पूजा अर्चना आरती करना मना एक वयोवृद्ध सनातनी ने अपने ही घर में आरती करने के क्रम में संभवतः छोटी घंटी बजाई घर से खींचकर बीच सड़क पर लाकर क्या तबियत से पिटाई की गई प्रिय बंधुवर,अभी यह स्थिति हैं तो यदि परिवर्तन नहीं हुआ तो क्या होगा कल्पना कर सकते हैं आप से विनम्र निवेदन हैं कि इस वीडियो को यथाशक्ति बंगाल में अपने परिचितों से शीघ्रातिशीघ्र साझा करें ताकि बंगाल के घर घर गांव गांव झोपड़ी झोपड़ी पहुंच जाए।।
- Claimed By : संस्था MMB
- Fact Check : झूठ
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