Fact Check : मुनव्वर फारूकी की पिटाई के तीन साल पुराने वीडियो को हाल का बताकर किया जा रहा वायरल 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मुनव्वर फारूकी की पिटाई का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब तीन साल पुराना है और इंदौर का है। इंदौर में एक शो के दौरान  मुनव्वर फारूकी ने हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद लोगों ने उसे पीटा और थाने लेकर गए थे।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मारपीट का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के साथ हुई मारपीट का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब तीन साल पुराना है और इंदौर का है। इंदौर में एक शो के दौरान  मुनव्वर फारूकी ने हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद लोगों ने उसे पीटा और थाने लेकर गए थे। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर सोशल टॉक मीडिया ने 27 फरवरी 2024 को वायरल वीडियो को शेयर किया था। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, जबलपुर में बिग बॉस 17 के विनर मुनव्वर फारूकी की हुई पिटाई।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/socialtok_/status/1762137867860550025

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वीडियो का लंबा वर्जन NYOOOZ UP- Uttarak के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। 9.19 मिनट से वायरल वीडियो वाले हिस्से का देखा जा सकता है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, इंदौर में मुनव्वर फारूकी ने भगवान राम- सीता और अमित शाह पर ‘अशोभनीय’ टिप्पणी की, जिसकी वजह से वहां मौजूद लोग नाराज हो गए और मुनव्वर को पीटना शुरू कर दिया। पिटने के बाद लोग मुनव्वर फारूकी को खींचकर थाने ले गए। वीडियो में देखा जा सकता है कि मुनव्वर ने हूबहू कपड़े पहने हैं और मास्क लगाया है।

हमें वायरल वीडियो साल 2021 में कई फेसबुक और अन्य यूट्यूब चैनल पर इसी जानकारी के साथ शेयर हुआ मिला।

ईटीवी भारत की वेबसाइट पर 28 फरवरी 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, जबलपुर के एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने वायरल दावे को गलत बताया है। उनका कहना है कि इस तरह की ऐसी कोई घटना जबलपुर में नहीं हुई है। वीडियो को गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने नईदुनिया जबलपुर के रिपोर्टर धीरज वाजपेयी के जरिए एसपी आदित्य प्रताप सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो यहां का नहीं है। ऐसी कोई घटना अभी तक यहां पर नहीं हुई है। 

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मुनव्वर फारूकी की पिटाई का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब तीन साल पुराना है और इंदौर का है। इंदौर में एक शो के दौरान  मुनव्वर फारूकी ने हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद लोगों ने उसे पीटा और थाने लेकर गए थे।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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