Fact Check : प्रदर्शनकारियों पर नाराज होती वृद्ध महिला के पुराने वीडियो को हालिया किसान आंदोलन का बताकर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि प्रदर्शनकारियों पर नाराज होती वृद्ध महिला के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो साल 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वृद्ध महिला का वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला प्रदर्शनकारियों पर गुस्सा होती नजर आ रही है। वीडियो को हालिया किसान आंदोलन से जोड़ते हुए शेयर कर दावा किया जा रहा है कि किसान आंदोलन की वजह से लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है, जिसकी वजह से वृद्ध महिला को गुस्सा आ गया। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो साल 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर मनोज गुप्ता ने 13 फरवरी 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “पंजाब में आम लोग राज्य में रोजाना हो रहे विरोध प्रदर्शनों से तंग आ चुके हैं। आए दिन राहगीरों को सड़क जाम का सामना करना पड़ता है। बुजुर्ग महिला, किसानों को कोसते हुए कह रही है कि ‘केंद्र आपको सब कुछ मुफ्त दे रहा है, फिर भी आंदोलन के नाम पर सड़कें जाम करके लोगों की परेशानी का कारण बने हुए हैं । पंजाब में सिर्फ कुछ आंदोलनकारी बैठे हुए थे उसी से वहां के लोग परेशान हो गए , लेकिन हरियाणा और दिल्ली में हजारों प्रदर्शनकारी आकर बैठ जाए इससे हरियाणा और दिल्ली के लोग बिल्कुल भी परेशान नहीं होंगे और ना ही कारोबारियों का कुछ नुकसान होगा ..जो भी नेता इन्हें दिल्ली बुला रहे है , क्या वह आम जनता के नुकसान की भरपाई भी करेंगे ? ऐसा कैसे संभव है ? देश में अराजकता फैलाने की खुली छूट किसी को भी नहीं मिल सकती।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो हिमाचल टुडे नामक एक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 7 नवंबर 2022 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, महिला रोड जाम की वजह से किसान प्रदर्शनकारियों पर भड़क गई थी। हिमाचल टुडे के फेसबुक पेज ने भी इस वीडियो को शेयर किया था। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें यह वीडियो कई पंजाबी फेसबुक पेज पर इसी जानकारी के साथ मिला। फोकस पंजाब ते और स्क्रॉल पंजाब नामक पेजों ने इस वीडियो को नवंबर 2022 में अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, किसानों के प्रदर्शन और रोड जाम की वजह से परेशान होकर वृद्ध महिला भड़क गई थी।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण लुधियाना के पत्रकार अविनाश  मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो करीब डेढ़ साल पुराना है। साल 2022 में यह वीडियो वायरल हुआ था।

इससे यह साफ होता कि यह वायरल वीडियो हालिया किसान आंदोलन का नहीं है। लेकिन विश्वास न्यूज इसकी पुष्टी नहीं करता है कि वीडियो कितना पुराना है और कहां का है।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के करीब 5 हजार मित्र हैं। यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि प्रदर्शनकारियों पर नाराज होती वृद्ध महिला के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो साल 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है। 

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