Fact Check : यूपी के सीतापुर में बच्चे की पिटाई का पुराना वीडियो एक बार फिर हरिद्वार के नाम से वायरल

बच्चे की पिटाई का वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है, हरिद्वार का नहीं। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने के मामले में हरिद्वार पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज किया था।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक व्यक्ति  को एक बच्चे की पिटाई करते देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह हरिद्वार के एक अनाथ आश्रम की क्लिप है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि बच्चे को पीटने का वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है, हरिद्वार का नहीं।  

क्या है वायरल पोस्ट?

फेसबुक यूजर प्रिंस कुमार (आर्काइव लिंक) ने 3 अगस्त को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,”हरिद्वार के अनाथ आश्रम की सच्चाई देखो। इसको इतना शेयर करें की इस कसाई को सजा होनी चाहिए। Please Request to share it. पूरे देश में इसे इतना शेयर करो कि पूरे भारत मे हर मोबाइल में पहुंच जाये।”

पड़ताल

वायरल दावा एक बार पहले भी गलत संदर्भ  में वायरल हुआ था। उस समय भी विश्वास न्यूज़ ने इसकी पड़ताल की थी। उस समय वायरल वीडियो की सच्‍चाई पता करने के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया था और हमें 26 नवंबर को इनशॉर्ट्स पर इससे संबंधित एक खबर मिली थी। इसमें लिखा था कि हरिद्वार पुलिस ने वायरल वीडियो को यूपी के सीतापुर का बताया है।

हमें हरिद्वार पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर 27 नवंबर 2023  एक पोस्ट मिली, जिसमें इस वीडियो के कीफ्रेम को पोस्ट कर जानकारी दी गई थी, “वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है। इसका हरिद्वार से कोई संबंध नहीं है। इसके साथ किया जा रहा दावा गलत है।” साथ ही पुलिस ने अफवाहों से बचने की सलाह दी।  

पिछली पड़ताल के दौरान हमने इस मामले में हरिद्वार कोतवाली नगर के फोन पर संपर्क भी किया था। उस पर कॉन्स्टेबल राजेश ने बताया था, “पुलिस की तरफ से साफ किया गया कि वायरल वीडियो हरिद्वार का नहीं है। यह सीतापुर का है। इसे गलत दावे के साथ पोस्ट करने पर एक यूजर के खिलाफ अज्ञात में केस भी दर्ज किया गया है।“

इसके बाद हमने सीतापुर की घटना को लेकर सर्च किया तो दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर एक खबर मिली थी। इसमें वीडियो के कीफ्रेम को देखा जा सकता था। इसके अनुसार, मामला सीतापुर के सिधौली थाना क्षेत्र के संस्कृत विद्यालय का था।

9 अक्टूबर को सीतापुर पुलिस ने भी एक्स अकाउंट पर वीडियो (आर्काइव लिंक) जारी कर कहा था कि वीडियो सीतापुर के संस्कृत विद्यालय का था। आरोपी सतीश के खिलाफ केस दर्ज कर उसको हिरासत में ले लिया गया था।  

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। बिहार के रहने वाले यूजर प्रिंस कुमार के 4 हजार से अधिक फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: बच्चे की पिटाई का वीडियो उत्तर प्रदेश के सीतापुर का है, हरिद्वार का नहीं। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने के मामले में हरिद्वार पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस भी दर्ज किया था।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट