विश्वास न्यूज ने जांच में दावे को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो क़रीब 5 साल पुराना है। मुंबई में हुए सलाना अखंड कीर्तन समागम के वीडियो को अयोध्या का बताकर शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राम मंदिर का अभिषेक समारोह संपन्न होने के बाद कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें गुरबाणी गायन करते सिख कीर्तनियों को देखा जा सकता है।अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो अयोध्या में राम की पैड़ी का है। जहां सिख और हिंदू समुदाय के लोगों ने मिलकर भगवान राम और गुरु नानक देव को याद कर कीर्तन किया।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो साल 2019 का है। मुंबई में हुए सलाना अखंड कीर्तन समागम के वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो का अयोध्या राम मंदिर से कोई संबंध नहीं है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Hind Politicalist’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) क्लिप को शेयर करते हुए लिखा है, “आज राम की पैड़ी पर सिखों और हिंदुओं ने मिलकर प्रभु राम और गुरु नानक देव जी को याद किया, गुरु गोबिंद सिंह जी को श्रद्धांजलि दी।
#अयोध्या”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने की-फ्रेम निकालकर उसे गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। अखंड कीर्तनी जत्था के यूट्यूब चैनल पर इससे संबंधित वीडियो को देखा जा सकता है। इसे 24 फरवरी 2019 को अपलोड किया गया है। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो मुंबई में हुए सिख समूह ‘अखंड कीर्तनी जत्था’ का सालाना समागम कार्यक्रम का है। वीडियो में कीर्तन करते शख्स सिख कीर्तनी मनप्रीत सिंह कानपुरी हैं। वीडियो में वायरल वीडियो को 39 मिनट 53 सेकंड से देखा जा सकता है।
सर्च के दौरान हमें वीडियो भाई मनप्रीत सिंह कानपुरी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। 13 जनवरी 2022 को अपलोड वीडियो में लिखा हुआ नज़र आ रहा है कि यह वीडियो मुंबई में 2019 में हुए सलाना अखंड कीर्तन समागम का है।
अखंड कीर्तनी जत्था कि वेबसाइट पर भी मुंबई में 2019 में हुए कीर्तन को सुना जा सकता है।
इस बारे में अयोध्या में दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमाशरण अवस्थी का कहना है, यह वीडियो अयोध्या का नहीं है।
पड़ताल के अंत में वीडियो को शेयर करने वाले पेज की जांच की गई। इस पेज पर ज्यादातर धार्मिक पोस्ट शेयर की जाती है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में दावे को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो क़रीब 5 साल पुराना है। मुंबई में हुए सलाना अखंड कीर्तन समागम के वीडियो को अयोध्या का बताकर शेयर किया जा रहा है।
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