विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो अगस्त 2022 पेरिस में हुई एक कैथोलिक सम्मलेन के दौरान का है। पुराने वीडियो को फर्जी दावे के साथ ओलंपिक से जोड़कर फैलाया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। फ्रांस के पेरिस में चल रहे ओलंपिक से जुड़ी कई भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसी कड़ी में एक वीडियो वायरल है, जिसमें बहुत-से लोगों को सड़कों पर हाथ में रोशनी लिए खड़े देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं पेरिस में हुए ओलंपिक के उद्घाटन के बाद वहां के ईसाइयों ने एकजुट होकर सड़क पर प्रार्थना की है।
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो अगस्त 2022 पेरिस में हुई एक कैथोलिक सम्मलेन के दौरान का है। पुराने वीडियो को फर्जी दावे के साथ ओलंपिक से जोड़कर फैलाया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘फ्रांस में भयभीत ईसाई पेरिस ओलंपिक के भयावह और राक्षसी ईसा-विरोधी उद्घाटन समारोह पर प्रार्थना करने के लिए कल रात एकत्र हुए। यूरोप शैतान की पकड़ में है। शैतानवाद ने यूरोप पर विजय प्राप्त कर ली है। कोई आसन्न बदलाव नहीं है।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। सर्च किये जाने पर हमें यह वीडियो कई एक्स हैंडल पर शेयर हुआ मिला। सचिन जोज नाम के वेरिफाइड़ हैंडल पर इस वीडियो को जुलाई 2023 को फ्रांस का बताते हुए पोस्ट किया गया है।
इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें यह वीडियो ब्राज़ील की कैथोलिक कम्युनिटी Canção Nova की वेबसाइट पर वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट एक आर्टिकल के साथ मिला। यहां आर्टिकल में दी गई जानकारी के मुताबिक, ”इस साल अगस्त में फ्रांस में ‘Sanctuaire Notre-Dame de Lourdes’ के तीर्थयात्रा की शुरुआत की 150वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। इस तिथि को मनाने के लिए 11 से 16 अगस्त तक कई सम्मेलन और गतिविधियाँ आयोजित हुई। और मंगलवार 15 तारीख को एक सामूहिक प्रार्थना सभा और एक बड़ी राष्ट्रीय तीर्थयात्रा का आयोजन भी किया गया।” इस खबर में हमें तस्वीर के हवाले में सेंचुरी ऑफ़ आवर लेडी लॉर्ड्स लिखा हुआ नजर आया।
पड़ताल को आए बढ़ाते हुए हम सैंक्चुअरी ऑफ़ आवर लेडी लॉर्ड्स के ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पहुंचे और हमें यही वायरल वीडियो 15 अगस्त 2022 को अपलोड हुआ मिला। यहां पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह कैथोलिक प्रेयर का वीडियो है।
वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए फ्रांस के आईएफसीएन सिग्नेटरी ऑब्जर्वर के फैक्ट चेकर अलेक्जेंडर कैपरून से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि देते हुए बताया कि यह वीडियो पुराना है इसका ओलंपिक्स से कोई लेना देना नहीं है। यह ईसाइयों की प्रार्थना सम्मेलन का वीडियो है।
वीडियो को फर्जी दावे से शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर इससे पहले भी फर्जी पोस्ट को शेयर कर चुका है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो अगस्त 2022 पेरिस में हुई एक कैथोलिक सम्मलेन के दौरान का है। पुराने वीडियो को फर्जी दावे के साथ ओलंपिक से जोड़कर फैलाया जा रहा है।
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