Fact Check: म्यांमार के पुराने वीडियो को मणिपुर हिंसा का बता कर फैलाया जा रहा है भ्रम

सोशल मीडिया पर वायरल महिला की पिटाई और हत्या का वीडियो म्यांमार का है, भारत का नहीं।

Fact Check: म्यांमार के पुराने वीडियो को मणिपुर हिंसा का बता कर फैलाया जा रहा है भ्रम

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कैमोफ्लाज पैटर्न वाले कपड़े पहने हुए कुछ लोग एक लड़की की पिटाई करते हुए नज़र आ रहे हैं। इसे शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो मणिपुर का है। इस वीडियो को मणिपुर में मैती और कुकी समुदायों के बीच चल रहे मौजूदा संघर्ष से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो म्यांमार का है और पुराना है। इस वीडियो का मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर शिवम कुशवाहा (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को 19 जून को शेयर करते हुए लिखा, “मणिपुर मोदी और शाह के नियंत्रण से बाहर हो गया है।  ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें सशस्त्र नागरिक एक कुक्की ईसाई युवा लड़की को यातना दे रहे हैं और अंत में गोली मारकर उसकी हत्या कर रहे हैं। मणिपुर जल रहा है और मोदी खामोश हैं।”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें म्यांमारी न्यूज़ पोर्टल म्यांमार नाउ पर 6 दिसंबर 2022 की एक खबर मिली, जिसमें वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम इस्तेमाल किया गया था। खबर की हेडलाइन  थी, ‘NUG opens probe into brutal killing of woman by members of its resistance force’ (एनयूजी ने अपने प्रतिरोध बल के सदस्यों द्वारा महिला की क्रूर हत्या की जांच शुरू की)। खबर के अनुसार, पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ)  के लोगों को इस महिला के जासूस होने का शक था, जिसके बाद इसकी पिटाई की गई थी और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई थी। पूरी खबर यहाँ पढ़ें।

हमें इस मामले में एक रिपोर्ट ‘क्लिक फोर पीडीएफ’ पर भी मिली। यहाँ भी वायरल वीडियो का एक कीफ्रेम बिग इमेज के रूप में इस्तेमाल किया गया था। 6 दिसंबर, 2022 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया था कि नेशनल यूनाइटेड गवर्नमेंट (एनयूजी) ने तामू में एक घटना की निंदा की है, जहां पीडीएफ द्वारा एक महिला पर क्रूर हमला किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।

द फ्रंटियर के लिए मणिपुर हिंसा को कवर करने वाले जर्नलिस्ट पॉजेल चाओबा ने भी विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए कन्फर्म किया कि वीडियो म्यांमार का है, मणिपुर का नहीं।

आपको बता दें 3 मई को मैती और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के बाद से मणिपुर में हिंसा जारी है। रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक इस हिंसा के चलते 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर ज़्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ी जा सकती है।

पुराने वीडियो को मणिपुर का बताकर शेयर करने वाले फेसबुक यूजर शिवम कुशवाहा की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। इसके मुताबिक, वह मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। यूजर के 600 से अधिक फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल महिला की पिटाई और हत्या का वीडियो म्यांमार का है, भारत का नहीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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