Fact check : कजाकिस्तान के पुराने वीडियो को तुर्किये में भूकंप से पहले हुई अजीबोगरीब घटना का बताकर किया जा रहा शेयर 

वायरल वीडियो का तुर्किये से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो पुराना है और कजाकिस्तान में हुई रॉकेट लॉन्च का है, जिसे अब तुर्किये में आए भूकंप से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप ने वहां पर भयंकर तबाही मचा दी है। दोनों देशों में लगातार एक हफ्ते से राहत और बचाव का काम चल रहा है। अभी तक भूकंप के कारण तुर्किये में 29,605 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस विनाशकारी भूकंप से जोड़कर तरह-तरह की पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। इसी बीच एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि तुर्किये में भूकंप से पहले एक अजीबोगरीब घटना देखने को मिली। तुर्किये में भूकंप से पहले आसमान से एक अलग तरह की रोशनी देखने को मिली।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। वायरल वीडियो का तुर्किये से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो पुराना है और कजाकिस्तान में हुई रॉकेट लॉन्च का है, जिसे अब तुर्किये में आए भूकंप से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

ट्विटर यूजर Robert Simpson ने 13 फरवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए  अंग्रेजी में कैप्शन में लिखा है, भूकंप से पहले तुर्किये में एक रोशनी देखने को मिली।

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें। दूसरे यूजर्स भी इस दावे को सच मानकर शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल 

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से कई ग्रैब निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो Catasach नामक एक ट्विटर अकाउंट पर मिला। वीडियो को 7 अक्टूबर 2022 को शेयर किया गया है। कैप्शन में वीडियो को कजाखिस्तान के बैकोनूर का है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट almaty नामक वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को 21 सितंबर 2022 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो कज़ाकिस्तान के बैकोनूर में हुए एक रॉकेट लॉन्च के दौरान का है। 

जांच के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट रूस की वेबसाइट एनएसके पर इसी जानकारी के साथ 21 सितंबर 2022 को प्रकाशित मिली। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता एक वीडियो कजाकिस्तान यूट्यूब चैनल Kazinform नामक एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। दी गई जानकारी के अनुसार, वायरल वीडियो कज़ाकिस्तान के बैकोनूर में हुए एक रॉकेट लॉन्च के दौरान का है। 

विश्वास न्यूज ने गूगल मैप पर बैकोनूर और इससे जुड़ी आस-पास की जगहों के बारे में सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो में नजर आ रही बिल्डिंग की तस्वीर मिली।

अधिक जानकारी के लिए हमने तुर्किये एएफपी की फोटो जर्नलिस्ट Ozan Kose से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो तुर्किये का नहीं है। 

पड़ताल के अगले चरण में फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर की जांच की गई। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर अप्रैल 2022 से ट्विटर पर सक्रिय है। यूजर के ट्विटर पर 246  फॉलोअर्स मौजूद हैं।

निष्कर्ष: वायरल वीडियो का तुर्किये से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो पुराना है और कजाकिस्तान में हुई रॉकेट लॉन्च का है, जिसे अब तुर्किये में आए भूकंप से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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