Fact Check: ब्राज़ील के पुराने वीडियो को मणिपुर का बताकर फैलाया जा रहा है झूठ

सोशल मीडिया पर वायरल महिला की हत्या का स्क्रीनशॉट ब्राज़ील का है, भारत का नहीं।

Fact Check: ब्राज़ील के पुराने वीडियो को मणिपुर का बताकर  फैलाया जा रहा है झूठ

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसमें एक लड़की को बुरी हलात में ज़मीन पर पड़े हुए देखा जा सकता है। इसे शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह मणिपुर का है। इसे मणिपुर में मैती और कुकी समुदायों के बीच चल रहे मौजूदा संघर्ष से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट ब्राज़ील का है और पुराना है। इसका मणिपुर हिंसा से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर रुफुस इनायत (आर्काइव लिंक) ने इस स्क्रीनशॉट को 27 जुलाई को शेयर करते हुए लिखा, “Pray for Manipur Christians: Killing Christian woman in Manipur: Video of Christian woman brutally murdered by RSS mob.” (मणिपुर के ईसाइयों के लिए प्रार्थना करें: मणिपुर में ईसाई महिला की हत्या: आरएसएस की भीड़ द्वारा ईसाई महिला की बेरहमी से हत्या का वीडियो।)

पड़ताल

वायरल स्क्रीनशॉट जिस वीडियो से लिया गया है, वो वीडियो पहले भी गलत दावों के साथ वायरल होता रहा है। एक बार 2019 में भी हमने इस वीडियो को लेकर वायरल दावे की जांच की थी। उस समय हमें पता चला था कि वीडियो ब्राज़ील का था।

उस समय हमें पड़ताल के दौरान एक कीफ्रेम में महिला के कपड़ों पर ब्राज़ील के एक फुटबॉल क्लब का लोगो दिखा था। वीडियो के डिटेल्स को कीवर्ड सर्च करने पर हमें इस मामले में एक खबर ब्राज़ील की न्यूज़ वेबसाइट cn7.com.br पर मिली थी। 1 सितंबर, 2020 की इस रिपोर्ट के अनुसार, ब्राज़ील के सेरा में एक 23 वर्षीय लड़की थालिया टोरेस डी सूज़ा का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गयी। ब्राज़ील के बॉम जार्डिम में एक आपराधिक गुट ने इस हत्या को अंजाम दिया था। खबर के अनुसार, “थैलिया को रस्सियों से बांध दिया गया, मुंह बंद कर दिया गया और बंदूक की नोक पर बलपूर्वक मारंगुआपिन्हो नदी के किनारे, रुआ कोरोनेल फैब्रिसियानो के पास ले जाया गया, और वहां क्रूरता से मार डाला गया। इस क्रूर हत्या को अपराधियों द्वारा फिल्माया गया था। लड़की ने नीली डेनिम शॉर्ट्स और अपनी पसंदीदा टीम फोर्टालेज़ा एस्पोर्टे क्लब की शर्ट पहनी थी।”

द फ्रंटियर के लिए मणिपुर हिंसा को कवर करने वाले जर्नलिस्ट पॉजेल चाओबा ने भी विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए कन्फर्म किया कि वीडियो मणिपुर का नहीं है।

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर ज़्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ी जा सकती है।

पुराने वीडियो को मणिपुर का बताकर शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Rufus Inayat की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। यूजर के 500 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल महिला की हत्या का स्क्रीनशॉट ब्राज़ील का है, भारत का नहीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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