Fact Check: यह तस्वीर रूसी सैनिकों की है , सियाचिन में तैनात भारतीय सैनिकों की नहीं

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। वायरल तस्वीर भारतीय नहीं, बल्कि रूस के सैनिकों की है। जिसे अब गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दो सैनिकों की एक तस्वीर इन दिनों तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में दोनों सैनिक बर्फ से ढ़के हुए नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि वायरल तस्वीर सियाचिन में तैनात भारतीय सैनिकों की हैं। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। वायरल तस्वीर भारतीय नहीं, बल्कि रूस के सैनिकों की है। जिसे अब गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक Indian Army lovers यूजर ने वायरल तस्वीर को शेयर किया है। वायरल तस्वीर पर लिखा हुआ है कि सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सैनिकों की रात की तस्वीर।

पड़ताल –

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर रूस की स्टॉक इमेज वेबसाइट vk.com पर 21 दिसंबर 2013 को अपलोड मिली। यहां पर भी वायरल तस्वीर को रूस का ही बताया गया है। वेबसाइट के अनुसार, तस्वीर रूसी सैनिकों के कठिन ट्रेनिंग को दर्शाती है। हमें कई अन्य रशियन वेबसाइट पर भी यह तस्वीर प्राप्त हुई।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के लिए डिफेंस स्टोरी कवर करने वाले पत्रकार संजय मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर भारतीय सैनिकों की नहीं है। वायरल फोटो काफी सालों से इसी दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल है। ये बात सच है कि भारतीय सैनिक माइनस डिग्री वाली दुर्गम जगहों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन यह तस्वीर उनकी नहीं है।

यह साफ़ है कि वायरल तस्वीर पुरानी है। विश्वास न्यूज स्वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि वायरल तस्वीर की घटना कितनी पुरानी है। लेकिन यह तय ​​है कि वायरल तस्वीर इंटरनेट पर मार्च 2013 से इंटरनेट पर मौजूद है और रूसी सैनिकों की है। इसका भारतीय सेना से कोई संबंध नहींं है।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Indian Army lovers की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि फेसबुक पर यूजर को 9 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। वायरल तस्वीर भारतीय नहीं, बल्कि रूस के सैनिकों की है। जिसे अब गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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