Fact Check : गुजरात में बुलेट ट्रेन के नाम पर चीन की पुरानी तस्‍वीर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि कई सारी बुलेट ट्रेन वाली वायरल तस्‍वीर गुजरात की नहीं है। यह चीन के वुहान की तस्‍वीर है। वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर में एक साथ कई ट्रेन को देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्‍वीर को गुजरात की समझकर वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि तस्‍वीर गुजरात के बुलेट ट्रेन की है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। दरअसल गुजरात के नाम पर जिस तस्‍वीर को वायरल किया जा रहा है, वह चीन के वुहान की हाई स्पीड ट्रेन की है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज ‘ Voice of Maharashtra’ ने एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए मराठी में लिखा : ‘विश्वास बसणार नाही पण हा गुजरातचा फोटो आहे’ यह पोस्‍ट पांच दिसंबर को की गई।

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट को सच-समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की जांच करने के लिए गूगल लेंस टूल का इस्‍तेमाल किया। असली तस्‍वीर हमें फेसबुक पेज ‘Civil Engineering Discoveries’ पर मिली। इसमें बताया गया कि यह चीन की तस्‍वीर है।

सर्च के दौरान हमें एक ट्वीट मिला। इसमें तस्‍वीर को लेकर बताया गया कि चीन के वुहान में हाई स्‍पीड ट्रेन मेंटेनेंस के इंतजार में।

असली तस्‍वीर को सर्च करते हुए हम गेट्टी इमेज की वेबसाइट पर पहुंचें। वहां बताया गया कि यह तस्‍वीर 2018 में क्लिक की गई।

सर्च के दौरान मिलती-जुलती एक तस्‍वीर अलामी डॉट कॉम (alamy.com) पर भी मिली। इसके कैप्‍शन में बताया गया कि वुहान के रेलवे स्‍टेशन पर हाई स्‍पीड ट्रेन्‍स।

विश्‍वास न्‍यूज को सर्च के दौरान एक वीडियो मिला। ‘New China TV’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड इस वीडियो में बताया गया कि चीन के मेंटेनेंस बेस पर हाई स्‍पीड ट्रेन का एरियल व्‍यू।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए गूगल सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। हमें यह जानना था कि गुजरात में बुलेट ट्रेन की क्‍या स्थिति है। हमें एक खबर के माध्‍यम से पता चला कि गुजरात में L&T construction का साबरमती डिपो बनाने की योजना है।

पड़ताल के अगले चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने गुजरात के एएनआई संवाददाता सुरेश पारेख से संपर्क किया। उन्‍होंने कन्‍फर्म करते हुए बताया कि वायरल तस्‍वीर गुजरात की नहीं है। पड़ताल के दौरान चीन के बिजनेसमैन एंडी से संपर्क किया गया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह तस्‍वीर वुहान की हाई स्‍पीड ट्रेन के मेंटेनेंस बेस की है। चीन स्थित एक भारतीय प्रवासी ने भी कन्‍फर्म करते हुए इसे चीन की तस्‍वीर बताया।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि ‘Voice of Maharashtra’ नाम के इस पेज को 12 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि कई सारी बुलेट ट्रेन वाली वायरल तस्‍वीर गुजरात की नहीं है। यह चीन के वुहान की तस्‍वीर है। वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

False
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