Fact Check: आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल ईटालिया की पुरानी तस्‍वीर गलत संदर्भ के साथ वायरल

विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि गोपाल इटालिया की वायरल की जा रही यह तस्वीर मई 2022 की है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। गुजरात में जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं, वैसे ही फर्जी और भ्रामक खबरें भी सोशल मीडिया पर वायरल होनी शुरू हो गई हैं। इसी कड़ी में गुजरात के आम आदमी पार्टी के अध्‍यक्ष नेता गोपाल ईटालिया की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें सलाखों के पीछे देखा जा सकता है। तस्वीर को शेयर करते हुए यूजर यह दावा कर रहे हैं कि चुनाव में हार के डर से बीजपी ने गोपाल ईटालिया को गिरफ्तार करवा दिया है। जब हमने इस पोस्ट की पड़ताल की तो पाया कि गोपाल ईटालिया की वायरल की जा रही यह तस्वीर मई 2022 की है। कुछ दिनों पहले जरूर उन्‍हें 13 अक्‍टूबर को दिल्‍ली में कुछ घंटों के लिए डिटेन किया गया था, लेकिन बाद में उन्‍हें छोड़ दिया गया। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर ‘बबिता शुक्ला यूथ ब्रिगेड’ ने 14 अक्टूबर 2022 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘BJP को पटेल समाज के लोगों से इतनी नफ़रत क्यों है? गुजरात में गोपाल ईटालिया की लोकप्रियता बढ़ने लगी, चुनाव में हार का डर सताने लगा तो दिल्ली में BJP की पुलिस ने गोपाल ईटालिया को गिरफ़्तार कर लिया। पटेल समाज इस अपमान का बदला ज़रूर लेगा।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में हमें यह तस्वीर टीवी9 भारत की वेबसाइट पर खबर के साथ एम्बेड हुए यूट्यूब चैनल पर मिली। यहाँ 2 मई 2022 को अपडेट हुई खबर में दी गई मालूमात के मुताबिक, ‘आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल इटालिया समेत 10 लोगों को उधना पुलिस ने सूरत स्थित भाजपा कार्यालय में बवाल मामले में गिरफ्तार किया है। इन सभी के खिलाफ दंगा करने का मामला दर्ज किया गया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया और महासचिव माथुर भाई सहित 16 लोगों के खिलाफ दंगा करने का मामला दर्ज किया गया है।” पूरी खबर यहां पढ़ें।

यही तस्वीर हमें 5 महीने पहले दिव्य भास्‍कर डॉट कॉम की वेबसाइट पर अपलोड हुई खबर में भी मिली। खबर में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘सूरत में भाजपा कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करने गए आप कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हो गई। पुलिस ने विरोध कर रहे आप नेताओं सहित कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया’।

वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि करने के लिए हमने गुजराती जागरण डॉट कॉम के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया से संपर्क किया और वायरल पोस्ट उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि यह तस्वीर मई की है, जब बीजेपी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच में झड़प हुई थी। पुलिस ने गोपाल ईटालिया समेत कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था।

दैनिक जागरण गुजराती की वेबसाइट पर 13 अक्टूबर 2022 की खबर के मुताबिक, ‘दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को आप गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को जसोला में राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के कार्यालय से डिटेन किया और दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लेने के तीन घंटे बाद छोड़ दिया है।’’

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, दिल्‍ली के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। 14 अक्‍टूबर को प्रकाशित एक खबर में बताया गया कि गोपाल ईटालिया को दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इसके कुछ समय बाद उन्‍हें छोड़ दिया गया।

अंत में भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘बबिता शुक्ला यूथ ब्रिगेड’ की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि उत्तर प्रदेश के बस्ती की रहने वाली यह यूजर आम आदमी पार्टी से जुड़ी हुई हैं और उसे 1543 लोग फॉलो करते हैं। इसके अलावा यूजर के 5 हज़ार फेसबुक फ्रेंड्स हैं। इस प्रोफाइल से आम आदमी पार्टी से जुडी पोस्ट शेयर की जाती हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि गोपाल इटालिया की वायरल की जा रही यह तस्वीर मई 2022 की है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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