Fact Check : केरल के चर्च में पड़ी छापेमारी की करीब चार साल पुरानी खबर को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केरल चर्च पर पड़ी छापेमारी के नाम से  वायरल पोस्ट को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में यह मामला हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब चार साल पुराना है। साल 2020 में ईडी ने केरल के लिनी बेलोरियन चर्च में छापेमारी की थी और वहां से करीब छह करोड़ रुपए जब्त किए थे। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ईडी ने केरल के लिनी बेलोरियन चर्च में छापेमारी की और वहां से 7000 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी जब्त की है। योहानन नाम के एक बिशप इसे चलाते है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में यह मामला हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब चार साल पुराना है। साल 2020 में ईडी ने केरल के लिनी बेलोरियन चर्च में छापेमारी की थी और वहां से करीब छह करोड़ रुपए जब्त किए थे। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर अंजनी शर्मा ने 16 जून को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ईडी ने केरल लिनी बेलोरियन चर्च से 7000 करोड़ रुपये की काली कमाई जब्त की है। योहानन नाम का एक बिशप इसे चलाता है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें यह दावा साल 2020 में भी वायरल हुआ मिला। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दावे को शेयर किया था।

https://twitter.com/kavita_tewari/status/1325817787575492609

जांच के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को नवंबर 2020 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, आयकर विभाग को जानकारी मिली की बिलीवर्स चर्च विदेशों से मिले चंदे का गैर-कानूनी तरीके से इस्तेमाल कर रहा है। इस जानकारी के मिलने के बाद ने चर्च के कई केंद्रों में छापेमारी की। इस छापेमारी में आयकर विभाग ने करीब 6 करोड़ रुपये बरामद किए थे। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स भी मिली। हमें इस छापेमारी को लेकर वित्त मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट हुई एक प्रेस रिलीज भी मिली। प्रेस रिलीज को 6 नवंबर 2020 को आयकर विभाग की ओर से जारी किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, ईडी ने इस छापेमारी में कुल 6 करोड़ रुपये जब्त किए थे। ईडी ने ट्रस्ट द्वारा चलाए जाने वाले 66 परिसरों पर छापेमारी की थी।

फोटो में नजर आ रहे पादरी के बारे में सर्च करने पर हमें उनका आधिकारिक फेसबुक अकाउंट मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, पादरी का नाम के.पी. योहानन है।

अधिक जानकारी के लिए हमने केरल के स्थानीय पत्रकार प्रशांत कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह मामला करीब चार साल पुराना है। 

अंत में हमने वायरल पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करती है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केरल चर्च पर पड़ी छापेमारी के नाम से  वायरल पोस्ट को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असल में यह मामला हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब चार साल पुराना है। साल 2020 में ईडी ने केरल के लिनी बेलोरियन चर्च में छापेमारी की थी और वहां से करीब छह करोड़ रुपए जब्त किए थे। 

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